सत्यार्थ न्यूज़ भीलवाड़ा
रिपोर्टर अब्दुल सलाम रंगरेज
भीलवाड़ा में धू धू कर जल उठा 51फिट का रावण-
अहंकारी रावण का पुतला फूंका, असत्य पर सत्य की जीत-
भीलवाड़ा में दशहरा का आयोजन मुख्य रूप से तेजाजी चौक में संपन्न हुआ।भीलवाड़ा नगर निगम की ओर से तेजाजी चौक दशहरा मैदान में बनाया गया 51फीट का रावण महज 51सेकेंड में जलकर खाक हो गया। इस मौके पर रावण दहन को देखने के लिए बड़ी संख्या में आए लोगों को निराशा हाथ लगी।
दहन से पूर्व रावण परिवार के पूतले
शनिवार को विजयादशमी के अवसर पर भीलवाड़ा में नगर निगम द्वारा पांच स्थानों पर रावण दहन का आयोजन किया गया। मुख्य रावण दहन कार्यक्रम तेजाजी चौक दशहरा मैदान में हुआ। इस बार रावण की हाइट 51फीट की थी, लेकिन रावण को दहन होने में 1 मिनट का समय भी नहीं लगा। इससे पूर्व कुंभकर्ण, मेघनाथ समेत दशानन के परिवार के सदस्यों के पुतलों का भी दहन किया गया।
शनिवार शाम संध्या आरती के बाद शहर में पांच स्थानों पर रावण दहन किया गया। इस दौरान मुख्य रावण दहन कार्यक्रम तेजाजी चौक में चबूतरे पर 51फीट के रावण के पुतले का दहन हुआ। रावण के दोनों ओर कुंभकर्ण व मेघनाथ के 35-35 फीट के पुतले, बनाए गए।
बड़ी संख्या में शहरवासी रावण दहन देखने तेजाजी चौक पहुंचे।
संध्या आरती के बाद भगवान चारभुजा नाथ का बेवान तेजाजी चौक पहुंचा। जहां राम ने अहंकारी रावण की नाभि में तीर चला उसके अहंकार का चंद पलों में दहन कर बुराई अच्छाई का संदेश दिया। रावण दहन से पहले रामलीला के कलाकारों द्वारा राम रावण युद्ध का मंचन किया। रावण वध के साथ ही प्रभु श्री राम के जयकारे गूंजे।
इसके साथ ही अग्रवाल समाज द्वारा संध्या आरती के बाद भव्य रावण दहन कार्यक्रम आयोजित हुआ। यहां इस बार रावण का 50 फीट ऊंचा पुतला, कुम्भ करण व मेघनाद के 35-35 फीट, खर व दुषण के 25-25 फीट पुतलों का दहन किया गया। रावण दहन से पूर्व मुकुट पर घूमता चक्र, हाथों में अंगारे निकालती तलवार, मुंह की गर्जना, जलती नाभी, बहता झरना लोगों के आकर्षण का केंद्र रहा।
रावण दहन के बाद शहरवासियों का मनोरंजन के लिए जयपुर से आये हुये शोरगरों की प्रशिक्षित टीम द्वारा की जाएगी। जिसमें आकाश अशर्फी, रंगीन तारे, आकाश गंगा, टॉरपीडो, ऑक्टोपस, ब्लू बर्ड, गोल्डन फैंटेसी, मैजिक ट्री आदि देखने को मिले।