• सेठ सुदर्शन के णमोकार जाप से तलवार बन गई फूलो का हार।
• जैन मन्दिरो में महिला मंडल द्वारा किये जा रहे सांस्कृतिक कार्यक्रम।
चित्र – महिला मंडल द्वारा प्रस्तुत नाटक में बने पात्र।
सुसनेर : दिगम्बर जैन धर्मावलंबियों के महापर्व पर्युषण पर्व के दौरान नगर के समस्त जैन मंदिरों में समाजजनों द्वारा जिनेन्द्र भगवान की आराधना के साथ प्रतिदिन रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी किए जा रहे है। पर्व के पांचवे दिन गुरुवार की रात्रि को नगर के शुक्रवारिया चौराहा स्थित श्री चन्द्रप्रभु दिगम्बर जैन छोटा मंदिर में पार्श्वमति महिला मंडल के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमे महिलाओं द्वारा भजनों की धुन पर नृत्य व नाटक का मंचन किया गया। महिलाओं द्वारा सेठ सुदर्शन की नाटक का मंचन करते हुए णमोकार महामंत्र की महिमा का बखान किया गया। जिसमे बताया गया कि णमोकार मंत्र के जाप के कारण सेठ सुदर्शन को मृत्यु दण्ड देते हुए सिपाही की तलवार फूलो की माला बन गई। मंगलाचरण अंकिता जयपद व दिव्या जैन ने प्रस्तुत किया। संचालन रेणु लुहाडिया व तृप्ति जैन के द्वारा किया गया।