सांगली मिरज और कुपवाड नगर निगम क्षेत्र में सड़कों पर आवारा कुत्तों की समस्या शहर वासियों के लिए नई नहीं है। इस समय हर जगह गणेशोत्सव का त्योहार चल रहा है, कई सार्वजनिक मंडलों में गणेश प्रतिमाओं के दर्शन के लिए नागरिक अपने परिवार के साथ निकल रहे हैं, लेकिन सड़कों पर घूमने वाले इस आवारा कुत्ते के कारण नागरिकों को अपनी जान हथेली पर रखकर यात्रा करनी पड़ रही है । इसके अलावा नगर निगम के पास इन कुत्तों को पकड़ने के लिए प्रशिक्षित टीम का अभाव है और डॉग वैन की संख्या भी अपर्याप्त है। तो एक वैन को तीन शहरों तक कितना समय लगेगा? यह एक अहम सवाल है। आज मिरज के मध्य क्षेत्र में बड़ी संख्या में आवारा कुत्तों के झुंड घूम रहे हैं लेकिन मिरजे के विस्तृत क्षेत्र में रमा उद्यान, साईंनंदन कॉलोनी, ईस्ट म्हाडा कॉलोनी आदि जगहों पर भी यही समस्या है। रमा उद्यान एक संभ्रांत कॉलोनी के रूप में प्रसिद्ध है जहां नगर निगम प्रशासन के कुछ अधिकारी रहते हैं । लेकिन इन अधिकारियों को इन समस्याओं के बारे में कोई जानकारी नहीं है. हमारे पास ‘वह’ विभाग नहीं है इसलिए हाथ मल रहे हैं। आज भी कई बार कुछ इलाकों में छोटे-छोटे बच्चों पर इन आवारा कुत्तों ने हमला कर दिया है, फिर भी नगर निगम प्रशासन गांधारी की भूमिका निभा रहा है । क्या प्रशासन किसी के मरने का इंतज़ार कर रहा है? ऐसा गुस्सा भरा सवाल नागरिक पूछ रहे हैं.