विशेष संवाददाता :- राजेन्द्र मंडावी उल्ल्लास नवभारत कार्यक्रम के तहत जिला स्तरीय कार्यशाला संपन्न
कांकेर। कलेक्टर एवं अध्यक्ष जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर के निर्देशानुसार उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत जिले के कुशल प्रशिक्षकों के लिए दो दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन 29 और 30 अगस्त तक किया गया। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान कांकेर में आयोजित प्रशिक्षण सह कार्यशाला में जिला स्तरीय रिसोर्स परसन के द्वारा विकासखंड स्तरीय रिसोर्स परसन को आगामी कार्ययोजना, उल्लास साक्षरता केंद्र के संचालन, मॉनिटरिंग और वालेंटियर शिक्षकों के माध्यम से असाक्षरों को साक्षर बनाने की तकनीक पर प्रशिक्षण दिया गया। जिला शिक्षा अधिकारी एवं जिला परियोजना अधिकारी अशोक कुमार पटेल ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप 15 वर्ष से अधिक उम्र के सभी असाक्षरों को साक्षर करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि इस हेतु जिले को शतप्रतिशत साक्षर बनाने की दिशा में ईमानदारी व निष्ठा के साथ कार्य करते हुए इस कार्यक्रम को सफल बनाएं। सहायक जिला परियोजना अधिकारी समग्र शिक्षा एवं कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी द्वारा इस प्रशिक्षण व कार्यक्रम की रूपरेखा व उद्देश्यों से अवगत कराया गया। उक्त कार्यशाला में राष्ट्रीय शिक्षा नीति में उल्लेखित सबके लिए शिक्षा के उद्देश्य को लेकर संचालित नवभारत साक्षरता कार्यक्रम ‘उल्लास’ के क्रियान्वयन हेतु कुशल प्रशिक्षकों को प्रेरित किया गया तथा जिले के असाक्षरों को साक्षर बनाने का संकल्प दिलाया। साथ ही उल्लास ऐप पर ऑनलाइन प्रविष्टि की नवीनतम जानकारी देते हुए स्वयंसेवी शिक्षकों का चयन कर उन्हें शीघ्र प्रशिक्षित करने की बात कही गई। बोर्ड की परीक्षाओं में सम्मिलित होने वाले कक्षा 10वीं एवं 12वीं विद्यार्थियों को स्वयं सेवकों के रूप में कार्य करने हेतु प्रेरित करने कहा गया। साथ ही जानकारी दी गई कि 10 असाक्षरों को साक्षर करने पर राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के द्वारा प्रमाण पत्र दिया जाएगा तथा बोर्ड की परीक्षाओं में सम्मिलित ऐसे परिक्षार्थियों को माध्यमिक शिक्षा मंडल के द्वारा 10 अंक बोनस के रूप में प्रदान किया जाएगा। नव साक्षर को 200 घंटे का अध्यापन कार्य संपन्न करके आगामी मार्च 2025 में सभी नवसाक्षर को महापरीक्षा अभियान में शामिल कराने की जानकारी दी गई।