• सामाजिक कार्यों में आगे रहने वाले सहज भाषी संगीत प्रेमी राजेश नन्द जी का लम्बी बीमारी के बाद कल शाम को अचानक हृदयगति रुक जाने से निधन।
अयोध्या : जनवादी लेखक संघ के वरिष्ठ सदस्य व नन्द कान्वेंट स्कूल के प्रबंधक सामाजिक कार्यों में आगे रहने वाले सहज भाषी संगीत प्रेमी राजेश नन्द जी का लम्बी बीमारी के बाद कल शाम को अचानक हृदयगति रुक जाने से निधन हो गया, जिससे पूरे जनवादी परिवार में शोक की लहर है। शहीद भगतसिंह स्मृति ट्रस्ट के चेयरमैन व जलेस के सदस्य सत्यभान सिंह जनवादी ने कहा कि सामाजिक, राजनीतिक व साहित्यिक योध्या थे राजेश नन्द जी, उनका जाना बड़ी क्षति है जिसकी भरपाई कर पाना असंभव है। उनके निधन की खबर से पूरा साहित्यिक, सामाजिक समाज में शोक की लहर पैदा हो गई। राजेश नन्द जी नन्द कान्वेंट स्कूल के प्रबंधक थे, और सभी समाजिक मुद्दों को लेकर बहुत सजग थे और समय समय पर आवाज भी बुलंद करते थे। उन्होंने अपने पीछे चार बेटे, पत्नी और बहुओं को छोड़ गए। उनका अंतिम संस्कार दोपहर 12 बजे जमथरा घाट पर होगा। उनके आवास पर संगठन के डाक्टर विशाल श्रीवास्तव, घनश्याम जी, ज्ञान यादव, महावीर पाल, मुजम्मिल फिदा, डाक्टर नीरज सिन्हा नीर, राजीवः श्रीवास्तव, अखिलेश सिंह, जय प्रकाश श्रीवास्तव, ऊष्मा वर्मा, धीरज द्विवेदी, अजय बाबा, आनंद अश्रू, सीपीआई जिला सचिव अशोक तिवारी, माले नेता उमाकांत विश्वकर्मा, पप्पू सोनकर, खेत मजदूर संगठन के प्रांतीय नेता शैलेन्द्र सिंह, किसान नेता विनोद सिंह, माहिर जी, रामदुलारे यादव, रामजी तिवारी, शिवधर दुवेदी सहित कई साथी शोकाकुल परिवार को ढांढस बंधाया।