न्यूज़ रिपोर्टर का नाम :- श्याम सुन्दर शर्मा
परबतसर
श्रीमद्भागवत कथा का चतुर्थ दिवस : संसार में कोई भी वस्तु भगवान से अलग नहीं
बडले वाले बालाजी परिसर में साप्ताहिक श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन चल रहा है। पंडित पवन कुमार शास्त्री ने बताया कि कथा के चतुर्थ दिवस पर श्री कृष्ण गाथा और राम जन्म का प्रसंग सुनाया। मंदिर परिसर में भक्तों की भारी भीड़ रही। सभी भक्तों ने कथा का रसास्वादन किया। जिसे सुनकर सभी श्राेता व भक्त भक्ति में लीन हो गए। कथा वाचक सुनील महाराज जोधपुर वाले ने भगवान श्री कृष्ण से संस्कार की सीख लेने की बात कही। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण स्वयं जानते थे कि वह परमात्मा हैं। उसके बाद भी वह अपने माता पिता के चरणों को प्रणाम करने में कभी संकोच नहीं करते थे। इसी प्रकार त्रेता युग में लंकापति रावण के अत्याचारों से जब धरा डोलने लगी तब मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम ने जन्म लिया, ऐसे तमाम प्रसंग श्रोताओं को सुनाएं, जिसे सुनकर उपस्थित श्रोता भक्ति भाव में तल्लीन हो गए। श्रीमद् भागवत कथा के माध्यम से भागवत व्यास सुनील महाराज ने पहले धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष की महत्ता पर प्रकाश डाला। साथ ही उन्होंने कहा कि जब-जब धरा पर अत्याचार, दुराचार, पापाचार बढ़ा है, तब-तब प्रभु का अवतार हुआ है। प्रभु का अवतार अत्याचार को समाप्त करने और धर्म की स्थापना के लिए होता है।