गाडरवारा – विगत दिवस नगर के वरिष्ठ समाजसेवी मुकेश बसेड़िया ने दूरस्थ दुर्गम पहाड़ी वनग्रामो में भारी बारिश में आदिवासी भाइयो के बीच पहुंचकर सेवा प्रदान की
बच्चो को शिक्षण ,पठन ,लेखन सामग्री के साथ साथ टिफिन बॉक्स,कंपास, स्कूल ड्रेस, वस्त्र, फ्रॉक आदि प्रदान कर स्कूल जाने के लिए प्रेरित किया तथा पढ़ाई छोड़ चुके बच्चों के माता पिता को समझाकर पुनः स्कूल में प्रवेश दिलाकर अन्य सहायता की
वृद्ध जनो व नोनिहाल बच्चो को मच्छरदानी प्रदान कर मच्छरों से बचाव करने की सलाह दी ,तथा आदिवासियों भाइयो को वस्त्र, रुमाल व महिलाओं को साड़ियां प्रदान कर बरसात में सावधानी बरतने की सलाह दी
सतत वर्षा के कारण जिन भाइयो का मकान का हिस्सा गिर गया उनको तात्कालिक सहायता के रूप में तिरपाल पनी प्रदान की जिससे वो अपना कच्चा आशियाना पुनः बना सके
उक्त सेवा की जानकारी देते हुये मुकेश बसेड़िया ने बताया कि विगत 2001 से सतत वनग्रामो में 23 वर्षों से स्वयं के खर्चे पर, विना किसी शासकीय अनुदान, बिना किसी ट्रस्ट , एनजीओ , समिति के , विना चंदा के ,अपनी इंस्टीट्यूट की बेटियों के साथ अपनी कृषि आय का 30% दुर्गम पहाड़ियों पर बसे भोले भाले आदिवासी भाइयो की बेटियों की शिक्षा, विवाह, तथा असहाय निराश्रित वृद्ध जनो की पुत्रवत सेवा में करते आ रहे है,
जब कोई वृद्ध की आकस्मिक मृत्यु हो जाती है तो उसे मुखाग्नि प्रदान कर उसकी अंत्येष्टि कर्म भी करते है
पहाड़ी वनग्रामो में बांटना , या कोई भी सामग्री प्रदान करना बहुत सरल है परंतु दुर्गम पहाड़ो पर बरसात में जाना काफी जोखिम भरा होता है