उत्तर प्रदेश: ढाई साल की मासूम को तलाश रही थी जीआरपी, सच सामने आया तो अधिकारी भी रह गए हैरान। एक महिला ने जिस ढाई साल की बच्ची के रेलवे स्टेशन से चोरी होने की शिकायत की थी, उसकी हकीकत कुछ ओर ही निकली। पुलिस ने बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया है। मथुरा जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या से तीन से ढाई वर्षीय बच्ची चोरी हो जाने की शिकायत पर जीआरपी एक महीने तक चकरघिन्नी बनी रही। एक एक कर 30 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल डाली। करीब पांच आश्रमों का भ्रमण भी किया। आखिर में मां ने जीआरपी को सच्चाई बता दी कि उसी ने बच्ची को अपने परिचित के यहां छोड़ा था। बच्ची सकुशल बरामद हो गई है।भोपाल की रहने वाली महिला करीब एक महीने पहले अपनी ढाई साल की बेटी को लेकर मथुरा घूमने आई थी। यहां उसकी मुलाकात महावन के रहने वाले एक ऑटो चालक से हुई तो वह उसके साथ अपनी बेटी को लेकर चली गई। कुछ दिन ऑटो चालक और उसकी पत्नी के साथ उनके घर रही। फिर बेटी को छोड़कर अपने पति के पास भोपाल वापस चली गई। पति ने बेटी के बारे में पूछा तो महिला ने बताया कि वो बेटी को मायके में छोड़ आई है। पति ने मायके में संपर्क किया तो पता चला कि बेटी वहां नहीं है।इस पर महिला ने पति को गुमराह किया। बताया कि बेटी मथुरा जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर तीन से चोरी हो गई है। महिला के पति ने यहां आकर डीएम मथुरा से से बेटी की बरामदगी की गुहार लगाई। थानाध्यक्ष जीआरपी ने बच्ची की तलाश शुरु की। महिला के बताए अनुसार 30 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। इसके बाद भी बच्ची का कोई सुराग नहीं मिला। जीआरपी की महिला सिपाहियों ने महिला से सख्ती से पूछताछ की तो उसने सच्चाई उगल दी।इसके बाद जीआरपी टीम ने शुक्रवार की रात को महावन थाना क्षेत्र में रहने वाले टेंपो चालक के घर से बच्ची को बरामद कर परिजनों सुपुर्द कर दिया। थानाध्यक्ष जीआरपी संदीप तोमर ने बताया कि महिला ने दो शादियां की हैं। पहले पति से एक बेटा है जो अपने पिता के पास रहता है। दूसरे पति से बच्ची हुई है। जिसे महिला अपनी मर्जी से ऑटो चालक के पास छोड़ गई थी। महिला ने पुलिस को गुमराह किया। अब बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया गया है। उसे माता-पिता के सुपुर्द कर दिया गया है।