न्यूज़ रिपोर्टर का नाम-आशीष सिंह
जनपद- लहार
स्थान- भिंड
अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में संभागीय समीक्षा बैठक संपन्न
चंबल संभाग में खरीफ फसल के रकबे को बढ़ाया जाए
विद्युत व्यवस्था ठीक करने के लिए उपभोक्ताओं से बिजली बिल जमा करने की अपील की जाए
चंबल के बीहडो में लगेगे सौलर प्लांट बिजली की कमी होगी पूरी-मंत्री श्री शुक्ल
भिण्ड
प्रदेश के विद्युत एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं चम्बल संभाग के प्रभारी अपर सचिव श्री मनु श्रीवास्तव की अध्यक्षता में चंबल संभाग की संभागीय समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभाकक्ष मुरैना में शनिवार आयोजित की गई।
बैठक में प्रदेश के नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री राकेश शुक्ला, मुरैना-श्योपुर के सांसद श्री शिवमंगल सिंह तोमर, महापौर श्रीमती शारदा सोलंकी, जिला पंचायत अध्यक्ष मुरैना श्रीमती आरती गुर्जर, जिला पंचायत अध्यक्ष श्योपुर श्रीमती गुड्डी बाई आदिवासी अम्बाह विधायक श्री देवेन्द्र सखवार, भिण्ड विधायक श्री नरेन्द्र सिंह कुशवाह, गोहद विधायक श्री केशव देशायी, चम्बल कमिश्नर श्री संजीव कुमार झा, आईजी श्री सुशांत सक्सेना, डीआईजी श्री कुमार सौरभ, प्रभारी कलेक्टर मुरैना डॉ. इच्छित गढ़पाले, भिण्ड कलेक्टर श्री संजीव श्रीवास्तव, श्योपुर कलेक्टर श्री लोकेश कुमार जांगिड़, पुलिस अधीक्षक मुरैना श्री शैलेन्द्र सिंह चौहान, पुलिस अधीक्षक भिण्ड श्री असित यादव, पुलिस अधीक्षक श्योपुर श्री अभिषेक आनंद सहित संभाग एवं जिला अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में प्रदेश के नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री राकेश शुक्ला ने कहा कि मुरैना संभाग में बीहड़ बहुत अधिक जगहों पर है और यहां पर सोलर ऊर्जा से विद्युत उत्पन्न की जा सकती है। उन्होंने कहा कि चंबल के बीहड को समतल कर सौलर प्लांट लगाए जाएगे। इसके लिए जगह को चिन्हित कर रिपोर्ट जल्दी बनाई जाएगी, जिससे सोलर प्लांट लगाने के लिए कार्य योजना तैयार की जा सके। इसके लिए भिण्ड कलेक्टर से भी चर्चा हो चुकी हैं। भिंड कलेक्टर ने बताया कि जगह को चिन्हित कर रिपोर्ट जल्दी बनाई जाएगी, जिससे सोलर प्लांट लगाने के लिए कार्य योजना तैयार की जा सके।
नल-जल योजना की समीक्षा के दौरान अपर मुख्य सचिव ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए की योजना क्रियान्वित होने के साथ ही रेस्टोरेशन का काम समय पर पूर्ण कर लिया जाए और हर स्टेज के जीओ टेग फोटो अपलोड करने की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाये। शहरी क्षेत्र में अति वर्षा से निपटने के लिए नालों की सफाई के साथ-साथ पानी के निकासी के लिए भी व्यापक कार्य योजना बनाई जाए, जिससे पानी अवरुद्ध होने की समस्या का समाधान हो सके।
खाद आपूर्ति के संबंध में चर्चा करते हुए कहा कि यहां पर एनपीके ज्यादा से ज्यादा किसानों को उपलब्ध कराने के लिए प्रोत्साहित किया जाये, जिससे एनपीके फायदे फसलों को मिल सके।
गोहद क्षेत्र में खारे पानी की समस्या पर चर्चा करते हुए बताया गया कि यहां 40 से अधिक गांव में खारा पानी है। कलेक्टर भिंड श्री संजीव श्रीवास्तव ने कहा कि इसके लिए जगह-जगह मीठे पानी के सोर्स ढूंढे गए हैं और कुछ गांव में पानी की सप्लाई भी की गई है। इसकी कार्य योजना बनाने के लिए प्रस्ताव जल्द भेजने के निर्देश भी दिए गए हैं।
बैठक में अपर मुख्य सचिव श्री मनु श्रीवास्तव ने कहा कि चंबल संभाग के जिले में खरीफ फसल के दौरान कम बुवाई हो रही है, जबकि यह देखने में आता है कि पूरे प्रदेश में खरीफ फसल के दौरान सर्वाधिक फसल ली जाती है। इस व्यवस्था को सुधारने के लिए किसानों के साथ संगोष्ठियां की जाए और ऐसी फसलों का चुनाव किया जाए जो अक्टूबर माह तक कटकर तैयार हो जाए। जिससे सरसों की फसल की बुवाई हो सके, इसके साथ मोटे अनाज दलहन, तिल, कोदो, कुटकी आदि की भी बुवाई के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जाए।
संभाग आयुक्त श्री संजीव झा के निर्देश पर कृषि और उद्यानिकी के अधिकारियों ने बताया कि संभाग में 1 लाख 34 हजार हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में चावल की बोनी हो रही है। इस वर्ष के सुनिश्चित किया जा रहा है कि लगभग 16 प्रतिशत भाग में मोटे अनाज मक्का अन्य दलहन की बुआई की जाये।
समीक्षा के दौरान कलेक्टर भिंड ने बताया कि भिंड जिले में अटेर, भिंड और मेहगांव तहसीलों में खरीफ की फसल की कम बुआई होती है। इसके लिए ज्वार, मक्का, कोदो, कुटकी आदि फसलों की बुवाई के लिए भी किसानों को प्रेरित किया जा रहा है। इसके लिए जिला स्तरीय संगोष्ठी के साथ-साथ जनपद और पंचायत स्तर पर भी संगोष्ठी करने के लिए कार्य योजना बनाई गई है।बैठक में सांसद श्री शिवमंगल सिंह तोमर ने भी मुरैना की समस्याओं से अवगत कराया। जिस पर कार्रवाई करने के निर्देश भी संबंधित कलेक्टर को दिए गए।
भिंड विधायक श्री नरेंद्र सिंह कुशवाह ने भिंड जिले में तीन विद्युत सर्विस स्टेशन स्वीकृत होने के बाद भी नहीं बनाए जाने की बात को रखा, जिस पर अपर मुख्य सचिव द्वारा कार्रवाई करने के लिए भी निर्देश दिए गए हैं। अपर मुख्य सचिव ने चर्चा के दौरान बताया कि चंबल संभाग में विद्युत व्यवस्था को सुचारु करने के लिए जरूरी है कि यहां पर विद्युत बिलों को नियमित रूप से जमा किया जाये। प्रदेश में सबसे कम विद्युत बिल जमा होने की दर भिंड, श्योपुर और चंबल के जिले में आ रही है। यहां एक यूनिट के बदले 70 पैसे तक विद्युत बिल जमा हो रहा है, जबकि प्रदेश स्तर पर है 7 रूपये यूनिट तक जमा हो रहे है। इसके लिए सुनिश्चित करना होगा कि ग्रामीण स्तरों पर कैंप लगाये जायें और शहरी क्षेत्र में भी उपभोक्ताओं को प्रेरित किया जाए।
संभागीय समीक्षा बैठक में विगत जनवरी में आयोजित समीक्षा बैठक के पालन प्रतिवेदन पर चर्चा हुई। इसके साथ ही सोलर ऊर्जा के प्लांट सगोरिया, बेहरारा जागीर में लगाए जाने वाले प्लान के संबंध में भी चर्चा की गई। बैठक में ऊर्जा विभाग, श्रम विभाग, उद्यान, स्कूल शिक्षा विभाग, कृषि, पीएचई के साथ अन्य विभागों की समीक्षा की गई। बैठक में चम्बल कमिश्नर श्री संजीव कुमार झा ने कहा कि औद्यौगिक क्षेत्र में आने वाले समय को ध्यान में रखते हुये ऐसी प्लानिंग की जाये कि लोगों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके।
बैठक में श्योपुर कलेक्टर ने कहा कि कराहल में सोलर एवं खरीफ फसल में पूसा 16 अरहर को बढ़ावा दिया जा रहा है। बैठक में मुरैना प्रभारी कलेक्टर डॉ. इच्छित गढ़पाले ने आवास के अलावा अन्य योजनाओं के संबंध में विस्तार से अवगत कराया। बैठक में जनप्रतिनिधियों ने भी अपने-अपने सुझाव रखें, जिन पर अपर मुख्य सचिव ने विचार करने का आश्वासन दिया।