• आजमगढ़ से इस शहर तक बनेंगे चार बाईपास, पांच हजार करोड़ रुपये की मिली स्वीकृति।
पूर्वांचल की कनेक्टिविटी मजबूत करने के इरादे से सड़क एवं परिवहन मंत्रालय फोरलेन सड़कों का जाल और मजबूत करेगा। तीसरे कार्यकाल में केंद्र सरकार की ख्वाहिश है कि वाहन शहरों में दाखिल हुए बिना लंबी दूरी का सफर तय कर सकें। अब प्रयागराज के सहसों टोल प्लाजा से आजमगढ़ में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे तक चार नए।
ग्रीनफील्ड फोरलेन बाईपास का निर्माण होगा
सड़क बनने के बाद कानपुर, बुंदेलखंड व प्रयागराज से आजमगढ़, गोरखपुर, मऊ, दोहरीघाट व बलिया जाने वालों को अब जौनपुर और आजमगढ़ शहर में दाखिल नहीं होना पड़ेगा। वह जाम के झंझावत में फंसे बिना मंजिल तक पहुंच सकेंगे। परियोजना से जनता को डेढ़ सौ किलोमीटर का लंबा फेरा नहीं लगाना पड़ेगा।
आठ नेशनल हाईवे को एक-दूसरे से किया जाएगा कनेक्ट
चार बाईपास सड़क के जरिए आठ नेशनल हाईवे को एक-दूसरे से कनेक्ट किया जाएगा। चार आरओबी, तीन पुल और एक फ्लाईओवर का भी निर्माण किया जाएगा। 78.2 किलोमीटर परियोजना के लिए करीब पांच हजार करोड़ स्वीकृत हुआ है। हैदराबाद की कंपनी सतारा सर्विसेज एंड सोल्युशन प्राइवेट कंपनी को डीपीआर बनाने की जिम्मेदारी मिली है।
पहला चरण प्रयागराज के सहसों से फूलपुर तक एनएच-19 (वाराणसी-फतेहपुर रोड) और एनएच-319डी (सहसों से सतहरिया) को एक-दूसरे से कनेक्ट किया जाएगा। इसके लिए एनएच-19 पर सहसों टोल प्लाजा से प्रोजेक्ट शुरू होगा, जो एनएच-319 डी पर जुनेद पट्टी गांव में समाप्त होगा। करीब 17 किलोमीटर ग्रीनफील्ड सड़क को फूलपुर बाईपास से भी जोड़ेंगे, इसके लिए प्रयागराज-जंघई रेलवे लाइन पर एक आरओबी का निर्माण होगा।