जिला जनसंपर्क कार्यालय सतना
जल की एक-एक बूंद को संरक्षित और सवंर्धित करना हम सभी का कर्तव्य- सांसद गणेश सिंह
सहिजना उबारी में संपन्न हुआ जल गंगा संवर्धन अभियान का समापन कार्यक्रम
कैथा इटमा सड़क पुल पर टमस नदी की सफाई के लिये किया गया श्रमदान
सतना 16 जून 2024/जल ही जीवन का आधार है, आज कम सभी जलवायु परिवर्तन के दौर से गुजर रहे हैं। अगर समय रहते इसके संरक्षण और संवर्धन के सम्मिलित प्रयास नहीं किये गये तो आने वाले समय में गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। जल स्त्रोतों के संरक्षण, संवर्धन और पुनर्जीवन के लिये प्रदेश सरकार द्वारा जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया गया। यह अभियान आने वाली पीढ़ी के भविष्य को सुरक्षित और संरक्षित करने का जन आंदोलन है। सांसद गणेश सिंह रविवार को उचेहरा विकासखंड के ग्राम सहिजना उबारी में जल गंगा संवर्धन अभियान के समापन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष रामखेलावन कोल, जनपद अध्यक्ष अंजू सिंह, जिला पंचायत सदस्य ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू, एकता अनूप सिंह, मंजूलता सिंह, डॉ पंकज सिंह परिहार, विधायक प्रतिनिधि भागवेंद्र सिंह, सीईओ जिला पंचायत संजना जैन, एसडीएम सुधीर बैक, ईई आरईएस अश्वनी जायसवाल, सरपंच श्याम सिंह सहित क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, स्थानीय नागरिक मौजूद रहे।
सांसद गणेश सिंह ने कहा कि प्रकृति और जीवन का वैंसा ही संबंध है, जैंसे संतान का और मां का। यदि हम प्रकृति और नदियों की उपेक्षा करेंगे तो हमारा जीवन भी निर्जल होगा। हमें अपने जीवन के लिए नदियों को अविरल और पवित्र रखना होगा। उन्होने कहा कि जिस प्रकार से आज प्रकृति के संसाधनों का दोहन हो रहा है और पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों के जागरुकता की कमी दिख रही है। जलवायु परिवर्तन के कुछ प्रभावों को वर्तमान में भी महसूस किया जा सकता है। आने वाला समय हम सभी के लिये सुखद हो इसके लिये मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जल गंगा संवर्धन अभियान चलाकर आमजनता में जल संरक्षण की अलख जगाई है। मुख्यमंत्री द्वारा शुरु किया गया जल गंगा संवर्धन अभियान जल संरचानओं को पुनर्जीवित करने के महाअभियान के साथ-साथ जन आंदोलन भी है। जल गंगा संवर्धन अभियान केवल प्रदेश सरकार का नहीं है, यह प्रत्येक नागरिक का भी अभियान है। कोई भी अभियान बिना जन सहभागिता के सफल नहीं हो सकता है। जल गंगा संवर्धन अभियान जैसे कार्यक्रम कभी न समाप्त होने वाले कार्यक्रम है। यह सतत चलने वाला एक अभियान कार्यक्रम हैं।
सांसद श्री सिंह ने कहा कि बड़ी-बड़ी सिंचाई परियोजनाओं के माध्यम से किसानों के खेतो तक पानी पहुंचाने का काम किया जा रहा है। जिससे क्षेत्रों के जल स्तर में सुधार हुआ है। जिले के जिन क्षेत्रों में बाणसागर नहर का पानी पहुंचा है, वहां के गांवों में जल स्तर सुधरा है। इसी प्रकार से आने वाले समय में बरगी का पानी जिले को मिलने लगेगा। जिससे जल स्तर को सुधारने में मदद मिलेगी। सांसद ने कहा कि वर्षा जल संरक्षण के लिये प्रत्येक जिले में अमृत सरोवर बनाये जा रहे हैं। सरकार द्वारा जल संरक्षण की दिशा में पूरे मनोयोग से अनेकों प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे अपने स्तर पर भी जल संग्रहण के लिए छोटे-छोटे प्रयास कर सकते हैं। पर्याप्त मात्रा में सिंचाई होने से फसल उत्पादन में वृद्धि होती है। इस अवसर पर सांसद श्री सिंह ने सभी को जल स्त्रोत के संरक्षण और संवर्धन की शपथ दिलाई। सांसद श्री सिंह ने जनप्रतिनिधियों और स्थानीय नागरिकों के साथ नदी की सफाई के लिये श्रमदान भी किया।
प्रत्येक परिवार कम से कम पांच पेड़ लगाये
जल गंगा संवर्धन अभियान के समापन अवसर पर सांसद गणेश सिंह ने बरगद का पौधा रोपित कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। किया। उन्होने कहा कि प्रकृति संरक्षण के लिये प्रत्येक परिवार कम से कम पांच पेड़ जरुर लगायें। जीवन के विशेष अवसरों, अपने परिजनों और पूर्वजों की याद में पेड़ लगाये। उन्होने कहा कि वृक्ष है तो जल है और जल है तो जीवन है। आने वाली पीढ़ी के स्वस्थ और सुरक्षित जीवन के लिए जल और पर्यावरण का संरक्षण करना प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व है। मानव ने अपने स्वार्थ के लिए जल, जंगल सहित अनेक प्राकृतिक संपदा का दोहन किया है, जिसके दुष्परिणाम देखने मिल रहे हैं। आज नदियाँ सूखी हैं, तालाबों में पानी नहीं है, पर्यावरण दूषित हो रहा है। इन सबके मानव जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव दिखाई दे रहे हैं। अगर यही स्थिति रही तो आने वाली पीढ़ी हमे इसके लिए दोषी ठहराएगी। उन्होंने कहा आज हमें अपने सभी जल स्त्रोंतों का संरक्षण और संवर्धन करने के साथ ही पेड़ लगाने और उसे जीवित रखने का संकल्प लेना होगा। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वज बहुत दूरदर्शी और बुद्धिमान थे। उन्होंने नदियों के उद्गम और जल स्रोतों के समीप जल और पर्यावरण संरक्षण के अनुकूल प्रजातियों के पौधे लगाए। जल स्त्रोंतो के पास अधिक जल अवशोषित करने वाले पौधे नहीं लगाना चाहिए, बल्कि जल उत्सर्जित करने वाले पौधों का रोपण करना चाहिए। इससे हमारे जल स्रोत जीवित रहेंगे।
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स्व-सहायता समूह की दीदियों ने उढ़ाई चूनर, निकाली कलश यात्रा
टमस नदी में 2 हजार घन मीटर निकाली गाद, घाट तक पहुंचा पानी
सतना 16 जून 2024/सतना जिले में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर 5 जून से 16 जून तक संचालित जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत सहिजना उबारी में कैथा इटमा सड़क पुल के नीचे पुराने स्टाप डैम से लगभग 2 हजार घन मीटर टमस नदी की गाद निकाली गई है। नदी की गाद निकालने के बाद अब नदी का बहता हुआ संचित जल किनारे बने घाटों तक पहुंच चुका हैं। जल गंगा संवर्धन अभियान के समापन कार्यक्रम में सहिजना उबारी ग्राम पंचायत के कैथा इटमा पहुंचे सांसद गणेश सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष रामखेलावन कोल के नेतृत्व में जनप्रतिनिधि, पंचायत प्रतिनिधियों के अगुवाई में बजरंगबली मंदिर से नदी के स्टाप डैम कार्यस्थल तक स्व-सहायता समूह की दीदियों द्वारा कलश यात्रा के साथ चूनर यात्रा भी निकाली गई। जय गंगे के उद्घोष के बीच सांसद श्री सिंह ने घाट पर जल पूजन किया और दीदियों द्वारा नदी के पाट पर एकत्र हुए जल में चूनर भी चढ़ाई। सहिजना उबारी ग्राम पंचायत के कैथा इटमा नदी स्टाप डैम पर रविवार को कार्य जारी रखा गया और लगभग 1000 घन मीटर गाद निकाली गई।
सीईओ जिला पंचायत सुश्री संजना जैन ने बताया कि जल गंगा संवर्धन अभियान के दौरान सहिजना उबारी में 3 किसानों के खेतों में खेत तालाब संरचना, 2 सार्वजनिक कूपों की मरम्मत एवं साफ सफाई कार्य तथा कैथा इटमा पुल के नीचे टमस नदी के स्टाप डैम की गाद हटाने और घाटों के रंग-रोगन का कार्य किया गया है। उन्होंने बताया कि सतना और मैहर जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान में 2798 जल स्रोतों के पुनरुद्धार एवं संरचनाओं के कार्य हाथ में लिए गए हैं। जिनमें 1506 कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं। जिनमें 77 कार्य स्टाप डैम, 450 रिचार्ज पिट, पौधरोपण की तैयारी के 100 कार्य, खेत तालाब के 90 कार्य पूरे कर लिए गए हैं। सीईओ जिला पंचायत ने कहा कि शासकीय अभियान की निर्धारित समय-सीमा होती है। लेकिन अभियान में जन सहभागिता जुड़कर जन आंदोलन का स्वरूप मिलता है तो फिर कोई भी अभियान निरंतर चलते रहते हैं।
जल संरक्षण-संवर्धन अभियान निरंतर चालू रखेंगे- जिला पंचायत अध्यक्ष
जल गंगा संवर्धन अभियान के समापन अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष रामखेलावन कोल ने कहा कि गंगा दशहरा पर समापन जरूर हो रहा है, लेकिन पंचायती राज संस्थाओं और जन सहयोग के माध्यम से जल संरक्षण-संवर्धन का अभियान निरंतर चालू रहेगा। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति पौधा लगाये और उसे तैयार करने की जिम्मेदारी भी ले। अपने पूर्वजों के नाम पर, शादी की सालगिरह पर किसी भी यादगार के लिए पौधा लगायें। उन्होंने किसानों से कहा कि घर-मैदान, खेत-खलिहान जहां भी अनुकूलता हो पौधा लगायें। पौधे मिलने में कोई दिक्कत हो तो ग्राम पंचायत से संपर्क करें। इस कार्यक्रम को अनवरत चालू रखें, ताकि आने वाली पीढ़ी को हम स्वस्थ और स्वच्छ पर्यावरण देकर जाएं।
क्षेत्रीय जिला पंचायत सदस्य ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने कहा कि जल संवर्धन और पौधरोपण के कार्यों में प्रत्येक ग्रामीण जनों की सहभागिता नैतिक जिम्मेदारी है। वृक्षारोपण के साथ उसकी सुरक्षा का भी जिम्मा संभाले। जल गंगा संवर्धन अभियान के चिन्हित कार्यों को पूरा करें। अभियान के समापन के बाद भी जल गंगा संवर्धन के कार्य जारी रखें, ताकि ज्यादा से ज्यादा वर्षा जल को संचित कर जल स्तर सुधार सकें। विधायक प्रतिनिधि भागवेंद्र सिंह ने कहा कि टमस नदी के कैथा इटमा स्टाप डैम की सफाई 20-25 वर्ष बाद हो रही है। नदी के किनारे लगभग तीन एकड़ मंदिर के स्वामित्व की भूमि में वृक्षारोपण की सुरक्षा के लिए बाउंड्री वॉल बनाना भी जरूरी है।
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नगरीय विकास राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी आज सतना आयेंगी
सतना 16 जून 2024/प्रदेश की नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी 17 जून को प्रातः 6ः40 बजे रेवांचल एक्सप्रेस से सतना आयेंगी।
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जल गंगा संवर्धन अभियान से पुराने जल स्त्रोतों को नया जीवन मिला है- विधायक मैहर
सतना 16 जून 2024/जल गंगा संवर्धन अभियान के समापन अवसर पर मैहर जिला अंतर्गत सभी ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जल स्त्रोतों के संरक्षण और पुनरुद्धार के कार्य जारी रहे। विधायक मैहर श्रीकांत चतुर्वेदी ने अभियान के समापन अवसर पर जनप्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संस्थाओं एवं स्थानीय नागारिकों के साथ मैहर के विभिन्न स्थानों पर स्थित जल स्त्रोतों की सफाई कार्यक्रम में शामिल हुये। इस अवसर पर विधायक श्री चतुर्वेदी ने कहा कि जल गंगा संवर्धन अभियान से पुराने जल स्त्रोतों को नया जीवन मिला है। सरकार के प्रयासों और आमजनता के सहयोग से कई तालाबों, कुपों तथा अन्य जल स्त्रोतों में जीर्णोद्धार के कार्य किये गये हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री जी की जल संरक्षण की अभिनव पहल से जिले भर में जल स्त्रोतों को नया जीवन मिला है। पानी को बचाने के लिए चलाये जा रहे जल गंगा संवर्धन अभियान में भागीदारी निभाये। पर्यावरण संरक्षण और जल संरक्षण के लिए वृक्षारोपण आवश्यक है। अच्छी वर्षा होने के बाद हर व्यक्ति कम से कम दो पेड़ आवश्य लगाये। धरती पर हरियाली और पानी रहेगा तभी उसमें मानव और अन्य जीवों का जीवन सुरक्षित रहेगा। विधायक मैहर ने लिलजी बांध में जल संचय के कार्य में श्रमदान किया।
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जल गंगा संवर्धन अभियान के समापन पर जारी रहे जीर्णोद्वार के कार्य
जल संरचनाओं के संरक्षण के लिये किया गया श्रमदान
सतना 16 जून 2024/जिले शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस से जल गंगा संवर्धन अभियान शुरू किया गया। अभियान के तहत जिले भर में परंपरागत जल स्त्रोतों की साफ-सफाई तथा जीर्णोद्धार के कार्य किये गये। गांव-गांव जल कलश यात्राऐं निकाल कर आमजनता को जल संरक्षण और संवर्धन के अभियान से जोड़ने का प्रयास किया गया। अभियान के दौरान तालाबों, स्टाप डैम, पुरानी बावड़ी, कुंओं तथा नदी घाटों की सफाई की गयी। कई नये स्टाप डैमों का निर्माण किया गया। जिले भर में गंगा दशहरा को अभियान का समारोह पूर्वक समापन हुआ। जल गंगा संवर्धन अभियान के समापन पर जिले भर में कार्यक्रम आयोजित किये गये। प्रत्येक ग्राम पंचायत में मुख्यमंत्री जी के उज्जैन में राज्य स्तरीय समारोह में उद्बोधन का सजीव प्रसारण दिखाया गया। मुख्यमंत्री जी ने वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम में शामिल जिले के लाखों लोगों को जल संरक्षण का संकल्प दिलाया। सभी नगरीय निकायों में भी जल संवर्धन का संकल्प लिया गया।
जल गंगा संवर्धन अभियान के समापन दिवस पर जिले के जल स्त्रोतों के संरक्षण के लिये जनभागीदारी से अभियान जारी रहा। अभियान के तहत जनपद पंचायत मैहर अंतर्गत ग्राम सभागंज में तालाब की सफाई के लिये श्रमदान किया गया। सार्वजनिक कूप की रंगाई-पुताई और मरम्तीकरण के कार्य कराकर उपयोगी बनाया गया है। इसी प्रकार रामपुर बघेलान विकासखंड अंतर्गत रामवन के मतहा तालाब में एसडीएम आरएन खरे के नेतृत्व में तालाब गहरीकरण के लिये ग्रामीणजनों ने जनभागीदारी से जल गंगा संवर्धन अभियान को समर्थन दिया। अभियान की कड़ी में ग्राम पंचायत सिंहपुर स्थित पटपरनाथ धाम में भगवान शंकर की पूजा-अर्चना कर कुंड की सफाई का कार्य किया गया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री जी के प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम के प्रसारण को एलईडी स्क्रीन के माध्यम से ग्रामीणजनों के बीच प्रसारित किया गया। जनपद पंचायत सोहावल अंतर्गत ग्राम पंचायत पवैया में कूप की जीर्णोद्धार का कार्य कराया गया। ग्राम पंचायत भैसवार में मकरार नाला पर डी रिंग बंड का निर्माण कराया गया है।
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जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत ग्राम सभागंज एवं पथरहटा में तालाब की गई साफ सफाई
सतना 16 जून 2024/मध्यप्रदेश शासन के निर्देशानुसार जल गंगा संवर्धन अभियान विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून से 16 जून तक निरंतर संचालित रहा। अभियान कड़ी में सभागंज के तालाब में सफाई अभियान चलाया गया। साथ ही पथरहटा ग्राम के इंदिरा आवास बस्ती में कुएं का जीर्णोद्धार किया गया। कार्यक्रम में सरपंच राजकुमार कोल, सुजीत शिवहरे, पंचायत इंजीनियर रविंद्र मिश्रा, राजेश साहू, सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजनों उपस्थित रहे।
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जल गंगा संवर्धन अभियानः गंगा दशहरा पर आल्हा तालाब में की गई आरती
सतना 16 जून 2024/जल गंगा संवर्धन अभियान के समापन दिवस गंगा दशहरे के अवसर पर कलेक्टर मैहर रानी बाटड, अध्यक्ष नगर पालिका मैहर गीता सोनी ने आल्हा तालाब पर सायंकालीन आरती की। इस अवसर पर वृ़क्षारोपण भी किया गया। इसके साथ ही तालाब के घाट पर मैहरवासियों ने दीपक जलाकर घाट को रोशन किया। स्थानीय कलाकरों द्वारा संगीतमयी प्रस्तुति भी दी गई।
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कलेक्टर मैहर ने की पीएससी परीक्षा आयोजन की समीक्षा
सतना 16 जून 2024/मैहर कलेक्टर श्रीमती रानी बाटड ने कलेक्ट्रेट सभागार में 23 जून को होने वाली एमपीपीएससी परीक्षा के आयोजन को लेकर अधिकारियों की बैठक ली। कलेक्टर ने निर्देशित करते हुए कहा कि राज्य सेवा परीक्षा एवं राज्य वन सेवा परीक्षा की प्रारंभिक परीक्षा लोक सेवा आयोग की दिशा-निर्देशों के अनुसार आयोजित करवाई जाये। बैठक में बताया गया कि परीक्षा दो पालियों में आयोजत होगी। परीक्षा केंद्र में अभ्यर्थी प्रातः 9ः30 बजे तक प्रवेश करेंगे। प्रातः 9ः45 बजे से 10 बजे तक ओएमआर शीट का वितरण किया जायेगा। वास्तविक परीक्षा प्रातः 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक आयोजित होगी। दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर 2ः15 बजे से 4ः15 बजे तक आयोजित की जाएगी कलेक्टर ने कहा की केंद्र में पीने के पानी की उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि परीक्षा के सफल आयोजन के लिये लिए ड्यूटी मै तैनात किये गये कार्मिकों को प्रशिक्षित करें। ताकि परीक्षा के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो। इसके लिये मॉकड्रिल के माध्यम से शिक्षको को प्रशिक्षित कर सकते है। इस अवसर पर सरस्वती विद्यालय केंद्र अध्यक्ष विजय प्रताप सिंह और सहायक केंद्राध्यक्ष प्रह्लाद दिवेदी एवं शिक्षकगण उपस्थित रहे।
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केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री कीर्तिवर्धन सिंह 18 जून को आयेंगे
सतना 16 जून 2024/केंद्र सरकार के विदेश, पर्यावरण, वन एवं जलवायु राज्यमंत्री कीर्तिवर्धन सिंह 18 जून को सतना प्रवास पर मझगवां आयेंगे। राज्यमंत्री श्री सिंह निर्धारित कार्यक्रमानुसार प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा किसानों को ट्रांसफर की जाने वाली किसान सम्मान निधि के कार्यक्रम में शामिल होंगे। कार्यक्रम कृषि विज्ञान केंद्र मझगवां में आयोजित होगा।
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ईद-उल-जुहा पर्व पर कानून व्यवस्था बनाये रखने कार्यपालिक मजिस्ट्रेटों की ड्यूटी
सतना 16 जून 2024/कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट मैहर रानी बाटड ने सोमवार 17 जून 2024 को ईद-उल-जुहा त्यौहार के अवसर पर मैहर जिला अंतर्गत शांति एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने सभी संबंधित अनुविभाग के लिये उस क्षेत्र के अनुविभागीय दंडाधिकारियों, तहसीलदारों एवं नायब तहसीलदारों को कार्यपालिक मजिस्ट्रेट के रुप में नियुक्त किया है। कार्यपालिक मजिस्ट्रेट अनुविभागीय अधिकारी पुलिस के साथ समन्वय स्थापित करते हुये संपूर्ण कानून व्यवस्था सुचारु रुप से संपादित करेंगे। सम्पूर्ण व्यवस्था के प्रभारी अधिकारी अपर कलेक्टर शैलेंद्र सिंह होंगे।
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प्रधानमंत्री 18 जून को जारी करेंगे किसान सम्मान निधि की 17वीं किश्त
सतना 16 जून 2024/प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि पात्र किसानों को योजना की 17वीं किश्त का वितरण 18 जून को किया जायेगा। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी वाराणासी में आयोजित कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से सिंगल क्लिक से किसानों के खाते में योजना की राशि जारी करेंगे। इस कार्यक्रम का जिला तथा विकासखण्ड स्तर पर सजीव प्रसारण किया जायेगा। सभी ग्राम पंचायतों में भी योजना से लाभांवित किसानों को कार्यक्रम के लाइव प्रसारण से जोड़ा जायेगा।
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तालाबों से प्राप्त कीचड़, गाद, मिट्टी के विभागीय उपयोग पर रॉयल्टी नहीं लगेगी
परिवहन और जल संवर्धन के निर्देश जारी
सतना 16 जून 2024/प्रदेश के सभी कलेक्टरों को तालाबों के गहरीकरण से प्राप्त कीचड़, गाद, मिट्टी के बिना रॉयल्टी भुगतान के परिवहन-जल संवर्धन के संबंध में निर्देश जारी किये हैं।
खनिज संसाधन विभाग के प्रमुख सचिव निकुंज श्रीवास्तव ने निर्देश में कहा कि विभाग की अनुमति से तालाब, बाँध, नहर, स्टाप-डेम, जल निकाय से कीचड़, गाद, मिट्टी निकाली जाती है। ऐसी निकाली गई कीचड़, गाद, मिट्टी का उपयोग संबंधित शासकीय विभाग द्वारा स्वयं के विभागीय कार्यों में पूर्णतः उपयोग किया जाता है, तो ऐसी कीचड़, गाद, मिट्टी पर कोई रॉयल्टी देय नहीं होगी और ऐसी निकाली गई कीचड़, गाद, मिट्टी के परिवहन के लिये नियमों के अधीन कोई परिवहन अनुज्ञा प्राप्त करने की आवश्यकता नहीं होगी। यदि ग्राम पंचायत द्वारा निर्मित अथवा संधारित किसी तालाब, स्टॉप-डेम, जल निकाय से कीचड़, गाद, मिट्टी निकाली जाती है और उसका उपयोग ग्राम पंचायत द्वारा स्वयं के विभागीय कार्यों में पूर्णतः किया जाता है, तो ऐसी स्थिति में कोई रॉयल्टी देय नहीं होगी और न ही परिवहन अनुज्ञा प्राप्त करने की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा कि संबंधित शासकीय विभाग या ग्राम पंचायत इसका विक्रय नहीं कर सकेंगे और न ही विक्रय करने की अनुमति किसी को देंगे।
प्रमुख सचिव ने बताया कि जल-स्रोतों से निकाली गई कीचड़, गाद, मिट्टी की स्थानीय ग्रामीणों, ग्राम स्तरीय संगठनों, कृषकों को यदि गैर-व्यवसायिक प्रयोजन के लिये आवश्यकता है, तो उनके आवेदन पर संबंधित विभाग एवं ग्राम पंचायत निःशुल्क कीचड़, गाद, मिट्टी की अनुमति दे सकेंगे और इसके परिवहन के लिये स्थानीय ग्रामीणों के ग्राम स्तरीय संगठनों, कृषकों को न कोई रॉयल्टी देय होगी और परिवहन अनुज्ञा की आवश्यकता नहीं होगी।
प्रमुख सचिव ने निर्देश में यह स्पष्ट किया है कि ग्राम स्तरीय संगठनों अथवा कृषकों द्वारा कीचड़, गाद, मिट्टी का उपयोग संबंधित शासकीय विभाग अथवा ग्राम पंचायत से अनुमति प्राप्त कर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इसमें भी किसी प्रकार की रॉयल्टी भुगतान अथवा परिवहन अनुज्ञा प्राप्त करने की आवश्यकता नहीं होगी।
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पीएम-सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना की प्रगति के लिए
कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समिति का गठन
सतना 16 जून 2024/राज्य शासन ने राज्य में पीएम-सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना एवं इसके घटक के रूप में शासकीय भवनों में सौर संयंत्रों की स्थापना के लिए जिला स्तरीय समिति प्रधानमंत्री सूर्य घर का गठन कलेक्टर की अध्यक्षता में किया है। समिति मे मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, अधीक्षण यंत्री, विद्वुत वितरण कंपनी लिमिटेड, जिला लीड प्रबंधक, जिला अक्षय ऊर्जा अधिकारी, एवं अध्यक्ष द्वारा नामित विषय-विशेषज्ञ सदस्य होंगे।
समिति द्वारा योजना के सभी घटकों के अंतर्गत प्रगति की नियमित समीक्षा की जायेगी। योजना के क्रियान्वयन के लिए विभागों के बीच आवश्यक समन्वय बनाना, सभी सरकारी भवनों को रूफटॉप सोलर से संतृप्त करने की कार्य योजना तैयार करना। सरकारी भवनों में रूफटॉप सोलर की स्थापना की स्थिति की समीक्षा करना और मिशन मोड में सभी सरकारी भवनों की संतृप्ति के लिए कार्य योजना के कार्यान्वयन की निगरानी और पर्यवेक्षण करना। विशेष रूप से सरकार की अन्य योजनाओं के लाभार्थियों में, रूफटॉप सौलर के लिए जागरूकता, क्षमता निर्माण और योजना क्रियान्वयन के लिए मैदानी स्तर पर विभागों के बीच समन्वय स्थापित करना। योजना की प्रगति की नियमित (अधिकतम 3 माह में) समीक्षा करना, इससे समय-सीमा में लक्ष्य की प्राप्ति हो सके। योजना को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने के लिए आवश्यक निर्देश भी समिति द्वारा जारी किये जायेंगे।
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जिला रिपोर्टर रोहित पाठक की खबर 8821934125 विज्ञापन और प्रचार के लिए संपर्क करे