न्यूज रिपोर्टर शक्ति सिंह
महवा
महवा पालिका ने आवासीय भूमि पर काॅमर्शियल पट्टे जारी किए।
नगर पालिका से कूटरचित दस्तावेज लगाकर जारी कराए गए पट्टों का मामला अभी थमने का नाम नहीं ले रहा। नगर पालिका की टीम द्वारा की जा रही पट्टों की जांच में भारी कमियों उजागर हुई है।
अधिशासी अधिकारी सुरेंद्र कुमार मीणा की माने तो 6 माह पहले जारी किए गए 508 पट्टों की जांच में अब तक 154 पत्रावलियां कूट रचित दस्तावेज से भरी मिली है, किसी में शपथ पत्र खाली है तो किसी में संबंधित अधिकारियों के हस्ताक्षर नहीं है, तो किसी में गवाहों के पन्ने खाली पड़े हैं, कई ऐसी पत्रावलियां भी हैं जिनमें कोर्ट स्टे था इसके बावजूद पट्टे जारी किए गए, किसी में कथित तौर से करवाई गई नोटरी के शपथ पत्र भी शामिल है। कई में सफेद इंक लगाकर नाम बदले गए हैं। अधिशासी अधिकारी की माने तो पट्टे बनाने के नाम पर जमकर लापरवाही बरती गई। दरअसल, पिछले 3 माह से की जा रही यह जांच लोगों के गले की फांस बनती जा रही है, जिन्होंने कूूट रचित दस्तावेज लगाकर अपने प्रभाव के मुताबिक पट्टे जारी करवा लिए। मामले को लेकर महवा नगर पालिका श्रेत्र में हड़कंप मचा हुआ है।
अधिशासी अधिकारी सुरेंद्र कुमार मीणा ने बताया कि अब तक 508 पट्टों की जांच की गई है जिसमें 154 पट्टे फर्जी पाए गए हैं, उनमें कूट रचित दस्तावेज शामिल किए गए हैं। उन्होंने बताया की आवासीय भूमि पर बिना कन्वर्जन किए वाणिज्य कर पट्टे किए गए हैं जबकि उनसे जो राशि ली गई है वह वाणिज्य कर पट्टे की नहीं लेकर आवासीय पट्टे के अनुसार राशि ले ली गई। जिससे लगभग 35 लाख रुपए का नुकसान नगर निकाय विभाग को हुआ है। उन्होंने बताया कि ऐसे लोगों को नोटिस जारी किए जा रहे हैं और उनसे असल दस्तावेज के साथ अंतर राशि ली जा रही है। उन्होंने बताया कि अभी आगे भी ऐसे कूूट रचित अनेक पट्टे आने की संभावना है।