न्यूज़ रिपोर्टर का नाम – शिवम सिंह
स्थान – बांदा
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर में प्रकृति पाठशाला की हुई शुरुआत
बांदा। जनपद के ग्राम अधांव में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर में प्रकृति की पाठशाला का शुभारंभ किया गया एवं चार दिवसीय पाठशाला में सहभागिता ले रहे छात्रों ने पहले दिन 47 की संख्या में पंजीकरण कराया ।प्रकृति की पाठशाला जीआईजेड,जर्मन, हेस्को,देहरादून, मंगल भूमि फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में शुभारंभ किया गया यह प्रकृति की पाठशाला कई चरणों पर चलाई जाएगी।यह प्रथम चरण में 6 वर्ष से 14 वर्ष के बच्चों को जल,जंगल, जमीन,जानवर के समृद्धि हेतु प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रकृति के पाठशाला संयोजक रामबाबू तिवारी ने बताया कि 5 जून से 8 जून तक चलने वाली प्रकृति की पाठशाला में पहले दिन सभी छात्राओं का पंजीकरण कराकर छात्रों को किट डिस्ट्रीब्यूशन किया गया।उन्होंने कहा कि प्रकृति संरक्षण संवर्धन हेतु अब समय आ गया है कि छात्रों को प्रकृति से जोड़ा जाए ऐसे में यह गांव में प्रकृति की पाठशाला का शुभारंभ किया जा रहा है। प्रकृति की पाठशाला के दूसरे दिन में मुख्य अतिथि के रूप में शंकर जी सिंह उप संभागीय परिवहन अधिकारी वरिष्ठ बांदा ने कहा कि आज वर्तमान में जलवायु परिवर्तन के चलते पृथ्वी का तापमान जिस प्रकार से बढ़ रहा है पृथ्वी के तापमान के बढ़ने के चलते इस वर्ष गर्मी भयंकर देखने को मिली है ऐसे में आगामी बरसात के मौसम में हम बच्चों एक फ्रेंड लेने की एक वृक्ष प्रकृति के नाम इस प्रकृति की पाठशाला से सीख कर अपने घर आंगन पर लगाकर उसको तैयार करें।मुख्य वक्ता के रूप में संजय गुप्ता ने कहा कि बच्चे देश का भविष्य भी हैं और वर्तमान भी।भारत के हजारों शहरों और लाखों गांवों में बच्चों को हमेशा हंसते खिलखिलाते रहना चाहिए।बच्चे खूब खेलें,एकदम स्वस्थ रहें,आगे आगे बढ़ते जाएं,अच्छी दोस्ती रखें और अपनी अपनी विशिष्ट हॉबी रखें।नदी तालाब कुओं से प्रेम करें,प्रकृति से प्रेम करें ।कार्यक्रम में देवनाथ गर्ग ने कहा कि गांव में प्रकृति की पाठशाला चलने से निश्चित रूप से गांव के बच्चे भविष्य प्रकृति के प्रति संवेदनशील होंगे आगामी आने वाले पर्यावरणीय संकटों से निपटने के लिए यह बच्चे यह बालक तैयार रहेंगे यही बालक भविष्य में जल मित्र का रूप धारण करेंगे।कार्यक्रम का संचालन मयंक सर्राफ ने किया।कार्यक्रम में शिवम शुक्ला, प्रिंस,मयंक,राजेश,रवि,सरोज देवी,आस्था विश्वकर्मा,अर्पित कुमार,खुशी देवी समेत दर्जनों छात्र छात्राएं रहे।