अंकुर कुमार पाण्डेय
रिपोर्ट सत्यार्थ न्यूज वाराणसी
वाराणसी। मौसम का कहर प्रचंड गर्मी में काशी के महाश्मशान मणिकर्णिका पर शवों का अंबार, गलियों में शव रख पारी का हो रहा इंतज़ार
वाराणसी। मौसम की मार ने अब तो कहर बरपाना शुरू कर दिया है। इसी भीषण गर्मी में काशी एक महाश्मशान कहे जाने वाले मणिकर्णिका पर शवों की कतार लग रही हैं। हालात यह हो गये हैं कि गलियों में लोग शव को रखकर अपना नंबर आने का इंतज़ार कर रहे हैं। मैदागिन से चौक के रास्ते इस समय ढेरों शव अंतिम संस्कार के लिए आ रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि मणिकर्णिका पर इस समय काफी शव आ रहे हैं। अंतिम संस्कार के लिए लोग शव रखकर छांव में घंटों इंतज़ार कर रहे हैं। वहीं मणिकर्णिका के अलावा हरिश्चन्द्र घाट पर भी शवों की संख्या में इजाफा हो रहा है। अपने परिजनों का अंतिम संस्कार करने आये लोगों ने मृतकों के मौत को लेकर हीट स्ट्रोक की आशंका जताई है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने इसकी पुष्टि नहीं की है। शुक्रवार को काशी के मणिकर्णिकाघाट महाश्मश्मान पर शवों की कतारें लग गई। घाट पर जगह नहीं मिली तो शव के ऊपर शव रखे जाने लगे। गुरुवार की रात्रि में पूरा घाट शवों से भरा नजर आया। शुक्रवार को भी यही स्थिति बनी रही। इन दो दिनों में सामान्य दिनों की तुलना में तीन गुना शव पहुंचे। भारी भीड़ के चलते मणिकर्णिकाघाट की गलियों में जाम व भारी दुव्यर्वस्था की स्थिति रही। उधर, हरिश्चन्द्र घाट पर भी शवों की संख्या बढ़ गई थी। भारी भीड़ के चलते हरिश्चन्द्र घाट से लेकर सड़क तक जाम की स्थिति बनी रही है। मणिकर्णिका घाट के स्थानीय दुकानदारों की मानें तो मौसम जब अपने प्रचंड वेग पर होता है, तो ऐसी ही स्थिति उत्पन्न होती है। चाहे वह गर्मी या सर्दी, हर मौसम में यहां शवों के कतार लगे होते हैं।