बस्ती।कार में बैठाकर लेखपाल को उठा ले गए बदमाश
असलहा सटाकर सुनसान स्थान पर ले जाकर की पिटाईपीड़ित लेखपाल ने दो नामजद व तीन अन्य अज्ञात के खिलाफ दी तहरीर
रिपोर्टर – अमित कुमार
बस्ती (यूपी)
हर्रैया। तहसील में कार्यरत एक लेखपाल को दबंगों ने मंगलवार की शाम को तहसील परिसर से बुलाकर कार में बैठा लिया।
आरोप है कि कार में बैठते ही असलहा व चाकू के बल पर उसे अज्ञात स्थान पर सुनसान जगह पर ले जाकर पिटाई की। जान से मारने की धमकी देकर छोड़ दिया। लोगों से लिफ्ट मांगकर वह किसी तरह घर पहुंचा। घटना की सूचना संघ के पदाधिकारियों को देने के बाद बुधवार सुबह थाने पर लेखपालों के साथ पहुंचकर आरोपियों के विरुद्ध तहरीर दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
लेखपाल प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव तहसील के हल्का नंबर 68 माझिल गांव में तैनात हैं। मंगलवार शाम करीब 4:30 बजे वह तहसील परिसर में थे। माझिल गांव निवासी आरोनी लेखपाल से बस्ती चलने को कहकर अपनी कार में बैठा लिया। वह बभनान चौराहे के पास ले गया, जहां कार में कुछ और लोग भी बैठ गए। आरोप है कि तमंचे व चाकू के बल पर उसे चुप रहने की धमकी देते हुए दबंग अज्ञात स्थान पर ले गए। एक सुनसान जगह पर कार से निकाल कर लात-घूंसों से मारापीटा और छोड़कर चले गए।लेखपाल आसपास से गुजर रहे मोटर साइकिल वालों से लिफ्ट लेकर किसी तरह देर शाम तहसील पहुंचा और अपने संघ के पदाधिकारियों व तहसीलदार को आप बीती सुनाई। लेखपाल ने दी तहरीर में कहा है कि दबंग माझिल गांव निवासी आरोपी का आय प्रमाणपत्र के लिए वेतन पत्र मांगने को लेकर आक्रोशित था। उनकी तहरीर पर गौर क्षेत्र के आदित्य सिंह पर दर्ज कराए गए धोखाधड़ी की एफआईआर का हवाला देकर जान से मारने की धमकी दी और अभिलेख फाड़ दिए।
बुधवार सुबह लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष राम सुमेर व तहसील अध्यक्ष कृष्ण मोहन पटेल के साथ दर्जनों लेखपाल पीड़ित प्रेम प्रकाश के साथ थाने पर पहुंचे और दो नामजद आरोपियों सहित तीन अज्ञात के विरुद्ध तहरीर दी। तहसीलदार अनुराग सिंह ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। पीड़ित लेखपाल संघ के पदाधिकारियों के साथ केस दर्ज कराने थाने गए हैं। लेखपाल संघ के तहसील अध्यक्ष कृष्ण मोहन पटेल ने बताया कि आए दिन लेखपालों के साथ बदसलूकी की घटनाएं हो रही है।संघ प्रकरण को लेकर गंभीर है।तहरीर दे दी गई है। थानाध्यक्ष राणा देवेंद्र प्रताप सिंह का सरकारी मोबाइल नहीं उठा। सीओ अशोक मिश्र ने कहा कि वह चुनाव ड्यूटी में देवरिया भाटपार रानी में है। प्रकरण संज्ञान में नहीं है। एसओ का मोबाइल नहीं उठाना गलत है।