सत्यार्थ न्यूज़
रिपोर्टरमनोज कुमार
झौलाछाप चिकित्सकों के भरोसे चिकित्सा व्यवस्था
सुसनेर में दो दर्जन से ज्यादा अवैध क्लीनिक
न डिग्री- न रजिस्ट्रेशन, ठोक रहे हैं इंजेक्शन
मरीजों की जान से हो रहा खिलवाड़
आगर जिले के सुसनेर में राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और उपखंड चिकित्सा ,स्वास्थ्य अधिकारी का मुख्यालय होने के बावजूद अवैध क्लीनिकों की भरमार है। कस्बे मेें करीब दो दर्जन स्थानों पर झोैलाछाप बिना किसी डिग्री ओर रजिस्ट्रेशन के मरीजों को न केवल दवाईयां दे रहे हैं बल्कि भर्ती करके ड्रिप और इंजेक्शन भी लगा रहे हैं।
सुसनेर कस्बा तहसील और जनपत पंचायत मुख्यालय है। वहीं चिकित्सा विभाग की दृष्टि से यहां राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र है। इसके बावजूद कस्बे में दो दर्जन के करीब अवैध क्लीनिक बेरोकटोक चल रहे हैं। जिनमें बिना किसी चिकित्सकीय या नर्सिंग योग्यता वाले झौलाछाप लोग मरीजों की जांच करते हैं और दवाईयां देते हैं। रोगी के अधिक बीमार होने पर उसे वहीं भर्ती कर इंजेक्शन और ड्रिप भी लगाते हैं। इसके एवज में मरीजों से खासी रकम वसूल रहे हैं। वर्तमान में तेज गर्मी होने के कारण कस्बे सहित ग्रामीण इलाकों में मौसम जनित बीमारियां फैल रही है। लोगों में लू और तापघात के साथ बुखार, मलेरिया और अन्य बीमारियों के रोगी आ रहे हैं। शादी ब्याह का मौसम होने के कारण खान- पान और डायरिया जैसी बीमारियों से लोग ग्रस्त हो रहे हैं। ऐसी हालत में ये झौलाछाप मनमानी रकम वसूलकर खासी चांदी काट रहे हैं।
आपको बता दें कि ये लोग रोगी का तब तक इलाज करते रहते हैं और पैसा एंठते रहते हैं जब तक उसकी हालत खराब नहीं हो जाती। हालत बिगडने के बाद ये लोग उसे जिला चिकित्सालय के लिए रैफर कर देते हैं।
ये झौलाछाप मरीजों को हाईडोज दवाएं देते हैं। जिससे कुछ समय के लिए मरीज को तुरंत आराम मिल जाता है, लेकिन मरीज के शरीर में दवा के प्रति प्रतिरोधक क्षमता तैयार हो जाती है, जिससे हालत बिगडने पर मरीज के शरीर में सामान्य दवाएं काम नहीं करती और रोगी को हमेशा हाईडोज दवाएं ही देनी पडती है। ग्रामीण क्षेत्रों में ये झोलाछाप बच्चों को भी हेवी डोज दवाएं देने से नहीं चूकते।
हाल ही में मुद्दा है जिसके गलत तरीके से इंजेक्शन लगाने से मृत्यु हो चुकी है मृत्यु होने के बाद भी तथाकथित डॉक्टर अपनी दुकान राजकीय चिकित्सालय के नजदीकी धारा चला रहा है