क्या सुनीता केजरीवाल ही संभालेंगी आप की भागदौड़ :
रिपोर्ट समीर गुप्ता ब्यूरो चीफ पठानकोट पंजाब —
आम आदमी पार्टी के संयोजक और मुख्यमंत्री दिल्ली अरविंद केजरीवाल शराब घोटाले को लेकर मुश्किलों से घिरे हैं। फिलहाल सुप्रीम कोर्ट द्वारा उनको लोकसभा चुनाव में प्रचार हेतु बेल दी गई है परन्तु चुनाव उपरांत दो जून को उनको तिहाड़ जेल में वापस जाना होगा। केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी से पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि वे अपने पद से इस्तीफा नही देंगे क्योंकि मोदी सरकार के दबाव में ईडी द्वारा उन्हें ग़लत ढंग से गिरफ्तार किया है और उनकी गिरफ्तारी पूर्ण रूप से गैरकानूनी है। दिल्ली की जनता की भलाई के लिए वह जेल में बंद रहते हुए अपना काम करेंगे। अब प्रश्न उठता है कि यदि केजरीवाल को आगे जमानत नही मिलती है तो बाहर उनके उत्तराधिकारी के रूप में पार्टी का नेतृत्व कौन करेगा? जिस तरह से हाल ही के दिनों में अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल पार्टी की गतिविधियों में शामिल हो रही हैं तो बहुत मुमकिन है कि जब तक अरविंद केजरीवाल जेल से रिहा नही होते — तब तक सुनीता केजरीवाल ही पार्टी का नेतृत्व करें। बता दें कि सुनीता केजरीवाल आईआरएस अधिकारी रह चुकी हैं और 22 साल तक अपनी सेवाएं विभाग को दी है। वर्ष 2016 में उन्होंने वीआरएस लिया था। पूर्व में वे हमेशा आम आदमी पार्टी की गतिविधियों से दूर ही रही हैं परन्तु अब अरविंद केजरीवाल की गैरमौजूदगी में बहुत संभव है कि पार्टी की एकजुटता के लिए सुनीता ही आप का नेतृत्व करेंगी। जैसा कि वह एक वरिष्ठ आईआरएस अधिकारी रह चुकी हैं इसलिए उनकी प्रशासनिक क्षमता हेतु कोई भी प्रश्न चिन्ह नही है। इसके पहले जब बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले में जेल गए थे तब उनके द्वारा भी अपनी पत्नी राबड़ी देवी को बिहार जैसे बड़े राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया था।