न्यूज रिपोर्टर मनोज मूंधड़ा बीकानेर श्रीडूंगरगढ़
वर्तमान भारतीय समाज में जो कुप्रथाएं प्रचलित हैं उनमें सर्वाधिक बुरी प्रथा है- दहेज प्रथा। जिसके कारण आम भारतीय त्रस्त, आशंकित एवं कुण्ठित हो रहा है। निश्चय ही दहेज प्रथा एक ऐसा अभिशाप बन गई है जो निरन्तर विकट रूप धारण करती जा रही है तथा प्रतिदिन अनेक युवतियाँ दहेज की बलिवेदी पर अपना बलिदान देने को विवश हो रही हैं।श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में भी आए दिन ऐसे मामले सामने आते है इसी क्रम में एक मामला श्रीडूंगरगढ़ थाने में एक विवाहिता ने मुकदमा दर्ज करवाते हुए बताया कि मेरी शादी आज से करीबन 9 साल पहले आडसर पुरोहितान गांव में हुई थी। शादी में मेरे पीहर वालों ने अपनी हैसियत से बढ़-चढ़कर दहेज दिया था। ससुराल में मेरे पति, सास और ससुर हमेशा कम दहेज देने के लिए मुझे प्रताड़ित करते रहते हैं आरोपी पति, सास और ससुर ने मुझे पीहर से ₹100000 नगदी और मोटरसाइकिल लाने को कह रहे हैं पीड़ित महिला ने कहा कि मेरे पीहर वाले गरीब है और दहेज नहीं दे सकते हैं। मेरे एक संतान पीयूष उम्र 6 साल है फिर भी आरोपी के व्यवहार में कोई परिवर्तन नहीं हुआ आरोपियों ने पीड़िता गर्भवती भी है और उसके बेटे पीयूष को घर से धक्के मार कर निकाल दिया। पीड़िता जब पीहर पहुंची तो पर वालों ने भी अपने घर बसाने के लिए कहा लेकिन आरोपियों ने एक लाख रुपया और मोटरसाइकिल लाने पर घर बसाने को कह रहे हैं। श्रीडूंगरगढ़ थाने में आरोपियों के खिलाफ पीड़िता को मानसिक और शारीरिक रूप और दहेज के लिए परेशान करने के लिए थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया है आगे की जांच एसआई इंद्र लाल कर रहे हैं
ऑनलाइन DRAWING COMPETITION DRAW YOUR WORLD में आप भी भाग ले सकते है प्रतियोगिता बिल्कुल फ्री है आज ही रजिस्ट्रेशन करवाये या दी गई लिंक में जाकर फ्रॉम सबमिट करे या सम्पर्क करें
आयु सीमा निर्धारित है 05 से 12 वर्ष के बच्चे
????8005946235 मनोज
????90792 48960 रमाकान्त
Comments 1