सत्यार्थन्यूज़
रिपोर्ट मनोज कुमार
बेहतर फसल उत्पादन हेतु मिट्टी परीक्षण करवाना आवश्यक – श्री चौरसिया
मिट्टी की जांच के बिना उर्वरकां का इस्तेमाल, बिना डॉक्टर की सलाह के दवा का प्रयोग करने जैसा
मिट्टी परीक्षण हेतु चलाया जा रहा है जनजागरण अभियान
आगर-मालवा, 21 मई, मिट्टी परीक्षण करवाना बहुत जरूरी है, इससे आपके खेत की मिट्टी की सही रिपोर्ट मिलेगी कि कौन सा पौषक तत्व कम या ज्यादा है, जिससे आप सही मात्रा में उसी पौषक तत्व को डालकर अधिक से अधिक पैदावार ले पाएंगे, गर्मी में खेत खाली होते ही मिट्टी की जांच करवाए, बेहतर फसल उत्पादन हेतु मिट्टी परीक्षण करवाना नितांत आवश्यक है, यह उद्गार उप संचालक कृषि श्री विजय चौरसिया ने विकासखण्ड बड़ौद के ग्राम निपानिया हनुमान में मंगलवार को मृदा परीक्षण पर आधारित प्रशिक्षण में कृषकों को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कृषकों से कहा कि मिट्टी की जांच के बिना उर्वरको का इस्तेमाल करना, ठीक उसी तरह से है जैसे बिना डॉक्टर की सलाह के दवा का प्रयोग करना, इसलिए समय-समय पर मिट्टी का परीक्षण कर पोषक तत्वो के स्तर की जांच कर कृषि वैज्ञानिको के मार्गदर्शन में संतुलित मात्रा में खाद का उपयोग करें।
उल्लेखनीय है कि कलेक्टर श्री राघवेन्द्र सिंह के निर्देशन में कृषि विज्ञान केन्द्र एवं किसान कल्याण एवं कृषि विभाग के संयुक्त तत्वाधान में मृदा परीक्षण के संबंध में कृषकों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से निरन्तर जन-जागरण अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत् गांव-गांव मिट्टी प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर किसानों को जागरूक किया जा रहा है।
उप संचालक कृषि श्री चौरसिया ने अपने उद्बोधन में आगे कहा कि जिस प्रकार से आप आयुष्मान कार्ड की उपयोगिता है, उसी प्रकार मृदा स्वास्थ्य कार्ड की भी है, इसे आप उसी प्रकार संभाल कर रखें, उसके अनुशंसित मात्रा के अनुसार उर्वरको का उपयोग करें। मिट्टी परीक्षण करवाने हेतु किसान अपने क्षेत्र के कृषि विस्तार अधिकारी से सम्पर्क कर मिट्टी परीक्षण करवाये।यह प्रति इकाई लागत से अधिकतम उत्पादन हेतु परीक्षण नगण्य लागत वाला संसाधन है।
प्रशिक्षण को सम्बोधित करते हुए प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रमुख कृषि विज्ञान केन्द्र आगर डॉ. ए.के.दीक्षित ने जांच हेतु मिट्टी के नमूने लेने के बारे में कृषकों को बताया तथा कहा कि जो भी किसान खरीफ फसल की तैयारी कर रहे है, तो वे जरूर अपनी मिट्टी की जांच करा ले जिससे की मिट्टी में कौन-कौन से पोषक कितनी मात्रा में है तथा किन-किन तत्वों की कमी है पता चल जाएगा।
वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी विकासखण्ड बड़ौद के श्री आर.एस. भूरे ने बताया कि कृषि विभाग की योजनाओं का लाभ लेने के लिये अब किसानो को एम.पी. किसान एप्प पर पंजीयन कराना आवश्यक है, यदि किसान पंजीयन एप्प पर नही होगा तो किसान योजनाओं का लाभ नही ले सकेगा।
कार्यक्रम के अंतिम सत्र में प्रमुख वैज्ञानिक डॉ दीक्षित ने किसान के खेत पर जाकर मिट्टी नमूना कैसे लिया जाता है उसे प्रत्यक्ष में बताया। कार्यक्रम में आसपास के ग्राम के मुख्य रूप से 40-50 कृषक, महिला कृषक एवं विकासखण्ड बड़ौद के समस्त अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन बी.टी.एम. वेदप्रकाश सेन ने किया।