इलाज में देरी पड़ सकती है भारीः-अधीक्षक /प्रभारी चिकित्सा अधिकारी … डॉक्टर बी के स्नेही।
बुखार की समय से जांच कराएं
स्वास्थ्य केंद्रों पर मलेरिया की जांच की सुविधा उपलब्ध
रिपोर्टर -इश्तियाक अली जिला बिजनौर
स्योहारा .……हर साल 25 अप्रैल को मलेरिया के बारे में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाता है। इस साल इस दिवस की थीम है- अधिक न्यायसंगत दुनिया के लिए मलेरिया के खिलाफ लड़ाई तेज करना। विश्व मलेरिया दिवस के मौके पर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी स्योहारा डॉ. बी के स्नेही ने बताया कि साल 2023-24 में ब्लॉक में मलेरिया के जीरो मरीज थे जबकि साल 2024-25 मे अब तक भी जीरो मलेरिया के मरीज सामने आए हैं । ट्रिपल “टी” यानि ट्रेसिंग, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट की रणनीति के अनुसार जिन घरों में मलेरिया का मरीज होता है उनकी और उसके आस-पास के 10 घरों में जिला मलेरिया इकाई द्वारा सोर्स रिडक्शन किया जाता है। मलेरिया मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से होती है। जब संक्रमित मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो वह अपने लार के साथ उसके रक्त में मलेरिया के परजीवियों को पहुंचा देता है । संक्रमित मच्छर के काटने के 10-से 12 दिन के बाद व्यक्ति में मलेरिया के लक्षण दिखाई देते हैं। मलेरिया के मच्छर, गंदगी, जलजमाव की जगह पर पनपते हैं। इसके साथ ही इस बात पर ध्यान देने की जरूरत है कि घर के अंदर भी मनी प्लांट जैसे पौधे हैं तो वह भी मच्छर पनपने का कारण बन सकते हैं। बचाव के लिए बुखार आने पर जांच करवाना समय से जांच और इलाज करवाने से रोगी ठीक हो सकता है लेकिन इलाज में देरी व्यक्ति पर भारी पड़ सकती है। सेरीब्रल एनीमिया, या मलेरिया एनीमिया हो सकता है क्योंकि मलेरिया के परजीवी लाल रक्त कोशिकाओं को संक्रमित कर सकते हैं। व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है। अगर गर्भवती मलेरिया से संक्रमित है तो उसमें खून की कमी, समय पूर्व बच्चे का जन्म और गर्भपात होने की संभावना होती है। घरों में, आस-पास गड्ढों, नालियों, पानी की टंकियों, टूटे बर्तनों में पानी न इकट्ठा होने दें। रात में मच्छरदानी लगाकर सोएं क्योंकि मलेरिया का मच्छर रात में या सुबह के समय काटता है। हर सप्ताह कूलर, पानी की टँकियों, गमलों की प्लेट और फ्रिज की ट्रे की सफाई करें । खिड़कियों और दरवाजों पर जाली लगवाएं। मच्छररोधी क्रीम का उयोग करें, पूरी बांह के कपड़े पहने । जहां पानी ईकट्ठा होने से नहीं रोक जा सकता है वहाँ पर जेल हुए मोबिल ऑयल की बूंदें डाल दें। लक्षण सर्दी लगना, फिर गर्मी लगकर तेज बुखार होना और पसीना आकर बुखार कम होना और कमजोरी महसूस होना।