आदर्श शिक्षक स्व. पं. चंद्रमोहन शर्मा की स्मृति में सेवानिवृत्त शिक्षकों का हुआ सम्मान

स्व. लक्ष्मीकांत शर्मा स्मृति लोक कल्याण न्यास एवं लोकमंगल समिति के संरक्षक उमाकांत शर्मा ने वर्ष 2023–24 एवं 24–25 में सेवानिवृत 40 शिक्षकों को किया सम्मानित
सिरोंज। देवेन्द्र विश्वकर्मा सत्यार्थ न्यूज
पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली डॉ राधाकृष्णनन के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में मनाए जाने वाले शिक्षक दिवस के अवसर पर संदीपनी विद्यालय में सेवानिवृत शिक्षकों का सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया। स्व. लक्ष्मीकांत शर्मा स्मृति लोक कल्याण न्यास एवं लोक मंगल समिति द्वारा आयोजित आदर्श शिक्षक पंडित चंद्रमोहन शर्मा की स्मृति में आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में वर्ष 2023 –24 में सेवानिवृत हुए 18 एवं 2024–25 में सेवानिवृत हुए 22 शिक्षकों का सम्मान किया गया। समिति के संरक्षक एवं विधायक उमाकांत शर्मा ने सेवानिवृत सभी शिक्षकों को केसरिया पगड़ी पहनकर शाल श्रीफल उत्तरीय एवं सम्मान पत्र भेंट कर सम्मानित किया।

सांदीपनि विद्यालय में देर रात सम्पन्न हुए आयोजन को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के विशेष अतिथि सेवानिवृत शिक्षक रघुनंदन शर्मा ने कहा कि शिक्षक कभी रिटायर्ड नहीं होता यह तो एक शासकीय व्यवस्था है। हमने निश्चित समय पर एक स्थान छोड़ा लेकिन अब पूरे समाज में हमारा स्थान प्रतिस्थापित हो गया है। में आज भी अपने स्थापित शिष्यों को देखकर गौरव का अनुभव करता हूं यह मेरी बगिया है और में कामना करता हूं कि मेरे शिष्यों की यह बगिया सदैव महकती रहे। बढ़ना , फलाना फूलना ओर फिर बिखर जाना यह प्रकृति का नियम है। एक श्रेष्ठ शिक्षक अपने बेटे से मिलकर उतना प्रसन्न नहीं होता जितनी प्रसन्नता उन्हें अपने सफल छात्र से मिलकर होती है। में स्वयं इस बात के लिए गौरव करता हूं कि पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा में छात्र थे। आज भी में उनको हृदय से याद करता हूं। उन्होंने ही 2006 में शिक्षकों को सम्मान देने के लिए इस आयोजन की नींव रखी थी।
समारोह की अध्यक्षता कर रहे अनुविभागीय अधिकारी हरिशंकर विश्वकर्मा ने सेवानिवृत हो रहे सभी शिक्षकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि समाज की पीढ़ी को शिक्षित करने में आप सभी ने अपना श्रेष्ठ योगदान प्रदान किया है अब आप अपने परिवार के साथ संजोए गए अधूरे सपनों को पूरा करने एवं सामाजिक जीवन जीने के लिए स्वतंत्र हैं । उन्होंने गरिमापूर्ण आयोजन के लिए न्यास के सदस्यों का धन्यवाद भी ज्ञापित किया।

सेवानिवृत शिक्षकों के सम्मान के उपरांत संबोधित करते हुए विधायक शर्मा ने कहा कि किसी भी छात्र के मानव जीवन का निर्माण शिक्षक करते हैं। किसी भी छात्र का बालमन सदैव पवित्र होता है माँ उसकी पहली गुरु होती है भारत की ज्ञान परंपरा, शास्त्र,वेद कहते हैं कि अगर कोई गुरु हमको ज्ञान का एक शब्द भी सिखा दे तो हम उनके कर्ज से कभी मुक्त नहीं हो सकते। उन्होंने शॉर्टकट शिक्षा पद्धति पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जब तक हम 20–20 के प्रश्नपत्रों,गाइड से छात्रों पढ़ाएंगे तब तक वह होनहार नहीं बन सकते। हमें छात्रों को ज्ञानवान बनाने के लिए बड़ी पुस्तकें पढ़वाना ही पड़ेगा। उन्होंने शिक्षक दिवस पर शिक्षकों के चौथे समयमान वेतनमान की देने की घोषणा करने,नवीन शिक्षा नीति लागू करने तथा शिक्षा संस्थानों के कुलपतियों को कुलगुरु पद से सुशोभित करने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का धन्यवाद भी ज्ञापित किया।
कार्यक्रम को विद्यालय के प्राचार्य महेश ताम्रकार ने भी संबोधित किया। इसके पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन,आदर्श शिक्षक पंडित चंद्रमोहन शर्मा एवं स्व. लक्ष्मीकांत शर्मा के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया। भूमिका वक्तव्य न्यास के वरिष्ठ सदस्य शिवकुमार मिश्रा एवं संचालन सतीश श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर विकास खंड शिक्षाधिकारी उमेश सोनी सहित सेवानिवृत शिक्षकगण, लोक कल्याण न्यास एवं लोकमंगल समिति के पदाधिकारी एवं सदस्यगण तथा शिक्षकगण उपस्थित रहें।
लोकेशन सिरोंज जिला विदिशा
रिपोर्टर देवेन्द्र विश्वकर्मा

















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