Advertisement

पत्नी ने की थी पति की रस्सी से गला दबाकर हत्या, प्रेमी संग साजिश रचने वाले दोनों गिरफ्तार

पत्नी ने की थी पति की रस्सी से गला दबाकर हत्या, प्रेमी संग साजिश रचने वाले दोनों गिरफ्तार

(मध्य प्रदेश गुना रिपोर्टर अभिषेक शर्मा)


मधुसूदनगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम बंजाराबर्री में मृतक कैलाश बंजारा की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझाई, पत्नी और प्रेमी को जेल भेजा
। जिले के मधुसूदनगढ़ थाना क्षेत्र में कैलाश बंजारा की संदिग्ध मौत का राज पुलिस ने आखिरकार खोल दिया है। पहले इसे सामान्य मौत मानकर अंतिम संस्कार कर दिया गया था, लेकिन जब गांव की पंचायत में पत्नी ने भरी सभा में हत्या की बात कबूल ली, तो मामला सनसनीखेज हो गया। पुलिस ने जांच में जुटते हुए रविवार को मृतक की पत्नी सम्पो बाई और उसके प्रेमी प्रदीप भार्गव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
ऐसे सामने आया हत्या का राज
21 अगस्त को ग्राम बंजाराबर्री निवासी 35 वर्षीय कैलाश बंजारा की अचानक मौत हो गई थी। पत्नी सम्पो बाई ने पोस्टमॉर्टम कराने से मना कर दिया, जिसके चलते शव का जल्द ही अंतिम संस्कार कर दिया गया। हालांकि गले पर रस्सी जैसे निशान दिखाई देने से परिजनों और समाज में संदेह गहराता गया और समाज की पंचायत बुलाई। जिसमें महिला ने अपने पति की हत्या की बात स्वीकारी। 27 अगस्त को कैलाश का भाई पूरन बंजारा ने उकावद चौकी पर सूचना दी। इसके बाद पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू की। जब पंचायत में मृतक की पत्नी से सख्ती से पूछताछ हुई, तो सम्पो बाई ने सभी को चौंकाते हुए कबूल किया कि उसने ही रस्सी से गला दबाकर अपने पति की हत्या की थी।
प्रेम प्रसंग बना हत्या की वजह
जांच में सामने आया कि सम्पो बाई और उसका पति कैलाश, गांव के ही प्रदीप भार्गव के खेत में मजदूरी करते थे। इसी दौरान सम्पो बाई और प्रदीप के बीच नजदीकियां बढ़ीं और दोनों के बीच अवैध संबंध बन गए। जब कैलाश को इस रिश्ते की भनक लगी, तो वह पत्नी को टोकने लगा और कई बार मारपीट भी करने लगा। घटना वाले दिन पति-पत्नी के बीच विवाद हुआ। पुलिस के अनुसार घटना वाले दिन 21 अगस्त को महिला के पति ने शाम को अपनी पत्नी से शारीरिक संबंध बनाने की जिद की, लेकिन उसने तबियत खराब होने की बात कहकर मना कर दिया। इसी बात पर दोनों में विवाद हुआ और पति ने रस्सी लेकर महिला के गले में डालकर मारने की कोशिश की। जिससे किसी तरह महिला बच गई। इस दौरान जब पति थोड़ी देर बाद कमरे से निकलकर बाहर जाने लगा तो महिला ने पीछे से उसी रस्सी से अपने पति का गला तब तक दबाए रखा जब तक वह मार नहीं गया। घटना केब ाद उसने पहले पहले अपने प्रेमी प्रदीप शर्मा को ही फोन लगाकर पूरी जानकारी दी। जिस पर प्रदीप शर्मा ने किसी भी स्थिति में शव का पीएम नहीं कराने की बात महिला से की। दोनों ने मिलकर परिजनों को गुमराह किया और शव का दाह संस्कार करवा दिया। लेकिन शव के गले में घाव होने के कारण परिजनों को शक हुआ और बाद में दबाव डालने पर महिला ने पंचायत मेें अपने पति की हत्या करना स्वीकार किया। इस मामले में पुलिस ने जांच के दौरान मृतक की हड्डी एवं रस्सी भी बरामद की।
पुलिस ने जुटाए सबूत, दोनों सलाखों के पीछे
मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी अंकित सोनी ने इसे चुनौती मानकर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। एएसपी मान सिंह ठाकुर और डीएसपी मुख्यालय जमीलउद्दीन सिद्दीकी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी संदीप यादव, चौकी प्रभारी रवि भिलाला और टीम ने गहन जांच की। पूछताछ में सम्पो बाई ने अपराध स्वीकार कर लिया। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त रस्सी, मृतक की अस्थियां और अन्य अहम सबूत बरामद किए। इसके बाद मधुसूदनगढ़ थाने में अप.क्र. 142/25 धारा 103(1), 238 भारतीय न्याय संहिता 2023 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। आरोपियों सम्पो बाई और प्रदीप भार्गव को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
पुलिस टीम की रही अहम भूमिका
इस सनसनीखेज और चुनौतीपूर्ण केस को सुलझाने में थाना प्रभारी उपनिरीक्षक संदीप यादव, उपनिरीक्षक रवि भिलाला, उपनिरीक्षक पंजाब सिंह, सउनि. महेंद्र सिंह सेंगर, सउनि. खेमवती मरावी, प्रधान आरक्षक संदीप कुमार, सुरेंद्र सिंह, रविंद्र सिंह, आरक्षक जितेंद्र सिंह, रानू रघुवंशी, नीतेश भील, गजराज, आकाश सिकरवार, सूरज अहिरवार, लोकेन्द्र सिंह, भूर सिंह, अंकित चतुर्वेदी, महेंद्र वर्मा, रामनिवास और महिला आरक्षक हेमा चंदेल की महत्वपूर्ण भूमिका रही।- (मध्य प्रदेश गुना रिपोर्टर अभिषेक शर्मा)

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!