सुसनेर नप अध्यक्ष के भ्रष्टाचार के खिलाफ ही खड़े हुए पार्षद
सुसनेर नगर परिषद के 12 पार्षदों ने कलेक्टर को सौंपा अविश्वास प्रस्ताव

* पहला मामला नहीं है ऐसे कहीं आरोप पर आरोप लगा चुके हैं*
सत्यार्थ न्यूज़ संवाददाता सोयत कला नगर मनोज कुमार माली
सुसनेर नगर परिषद में भ्रष्टाचार को देखते हुए भाजपा की अंदरूनी खींचतान अब खुलकर सामने आ गई है। गुरुवार को नगर परिषद के 12 पार्षद एकजुट होकर जिला मुख्यालय आगर पहुंचे और कलेक्टर कार्यालय में वर्तमान नगर परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी राहुल सिसोदिया के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर हलचल मचा दी।
जानकारी अनुस्वर नगर परिषद सुसनेर में बहुमत भाजपा समर्थित पार्षद का ही है। इसके बावजूद परिषद की अध्यक्ष जो खुद भाजपा से जुड़ी हुई हैं, उन्हीं के खिलाफ पार्टी के ही पार्षद लामबंद हो गए। अविश्वास प्रस्ताव में कांग्रेस के चार पार्षद भी शामिल हैं, पार्यों ने कलेक्टर कार्यालय में संपि आवेदन में आरोप लगाया कि अध्यक्ष के कार्यकाल में वाहाँ में विकास कार्य ठप पड़े हैं। हितग्राहियों तक मूलभूत सुविधाएं नहीं पहुंच रही हैं, भ्रष्टाचार की शिकायतें यह रही हैं और परिषद के कामकाज में पारदर्शिता नहीं है। पार्षदों ने साफ लिखा है कि नप अध्यक्ष जनता की अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतर पाई हैं। उनके कार्यकाल में परिषद के वार्डों की उपेक्षा हुई, जिससे पार्षदों के सामने जनता सवाल खड़े कर रही है।
सुसनेर नप के पार्षद कलेक्टर कार्यालय में अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पत्र सोफा
नगर के पार्षद इबादुल्लाह खान, पार्षद प्रेमलता, पार्षद नईम अहमद मेव, पार्षद प्रदीप सोनी, पार्षद स्नेहा युगल परमार, पार्षद कल्पना जितेंद्र सांवला, पार्षद रेखा दिलीप जैन, पार्षद राकेश कानुडीया, पार्षद सोनिया अर्जुन जादमे, पार्षद मीना पवन शर्मा, पार्षद तबस्सुम इमरान मेव, पार्षद शेख उमर फारूक ने मिलकर कलेक्टर कार्यालय में लिखित आवेदन सौंपा। गुरुवार को 12 पार्षद उपस्थित होकर हस्ताक्षरित सौंपा*
इनका कहना
नगर परिषद की पार्षद कल्पना सावला ने कहा कि
इन पार्षदों ने दिया अविश्वास प्रस्ताव
अविश्वास प्रस्ताव हम सब ने मिलकर दिया है। हम सब मिलकर ही कलेक्टर कार्यालय आए थे। हमने नगर परिषद अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव सौंपा है।
इनका कहना
पार्षद प्रदीप सोनी ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव भ्रष्टाचार के खिलाफ है और यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा हम सब ने मिलकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर नगर परिषद अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव सौपा है।
पार्षदों ने आवेदन में मध्यप्रदेश नगर पालिका अधिनियम 1961 की धारा 43 एवं उपधारा 1 व 2 का हवाला देते हुए अविश्वास प्रस्ताव स्वीकार करने की मांग की है। इस घटनाक्रम के बाद सुसनेर नगर परिषद की राजनीति में भूचाल आ गया है। भाजपा खेमे के भीतर की गुटबाजी साफ तौर पर सामने आ गई है। अब सबकी निगाहें कलेक्टर कार्यालय और आगे की कानूनी प्रक्रिया पर टिकी हुई है।
उक्त जानकारी पार्षद राकेश कानुडीया के अनुसार प्राप्त हुई है

















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