संयुक्त किसान मोर्चा की मांगें स्वीकार करें
तिवसा वंचित बहुजन आघाडी का धरना आंदोलन
(रामचंद्र मुंदाने,अमरावती संवाददाता)
दिल्ली में चल रहे किसानों के आंदोलन के समर्थन में भारत सरकार से उनकी मांगें मानने और न्याय दिलाने के लिए वंचित बहुजन आघाड़ी तिवसा की ओर से तहसील कार्यालय तिवसा पर एक दिवसीय धरना देकर मा. तहसीलदार साहब तिवसा के माध्यम से मा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक बयान दिया गया.
13 फरवरी 2024 से संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से पूरे भारत में किसानों की कृषि उपज के दामों को लेकर एम.एस. पी। गारंटी कानून लागू करें, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू करें, किसानों का कर्ज माफ करें, कृषि के लिए बिजली दरें कम करें, लखीमपुर खीरी आंदोलन में हिंसा के दौरान किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लें। इन और अन्य मांगों को लेकर विभिन्न आंदोलनों के हथियार उठाये गये हैं. हालाँकि, भारत सरकार द्वारा अभी तक किसानों की मांगें नहीं माने जाने पर वंचित बहुजन अघाड़ी तिवसा की ओर से एक दिवसीय धरना आंदोलन के माध्यम से संयुक्त किसान मोर्चा के आंदोलन को समर्थन देते हुए मांग की गयी है कि उनकी मांगों को स्वीकार किया जाये. धरना आंदोलन. प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से की गई है। अगर ये मांगें नहीं मानी गईं तो वंचित बहुजन आघाड़ी तिवसा ने चेतावनी दी है कि वह किसानों के इस आंदोलन में शामिल होगी और जोरदार विरोध प्रदर्शन करेगी.