निलंबित प्रधानाध्यापक ने बैंक से कम्पोजिट ग्रांट का निकाला धन मचा मचा हड़कम्प
सोनभद्र /सत्यनारायण मौर्य/संतेश्वर सिंह
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बीजपुर(सोनभद्र)एबीएसए म्योरपुर पर नियम विरुद्ध आदेश साजिश और षडयंत्र जैसे कारनामों के आरोप से कंपोजिट विद्यालय बीजपुर एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है।मामला तीन महीने पहले सस्पेंड हो चुकी प्रधानाध्यापक से कंपोजिट ग्रांट का धन आहरण कराए जाने से जुड़ा है।गोपनीय ढंग से किए इस खेल का खुलासा एसएमसी अध्यक्ष द्वारा किए जाने के बाद शिक्षा विभाग में एक बार फिर हड़कंप मचा है।जानकारी के अनुसार कंपोजिट विद्यालय बीजपुर की एसएमसी अध्यक्ष सुधा देवी ने शुक्रवार को विद्यालय में कुछ मीडिया वालों को बुला कर बयान दिया कि सस्पेंड प्रधानाध्यापक आशारानी से विभागीय आधिकारियों द्वारा कंपोजिट ग्रांट का एक लाख रुपए धनराशि निकलवा लिया गया है। इस दौरान आशारानी और विद्यालय के एक शिक्षक द्वारा उन्हें बरगला कर बैंक ले जाया गया जहाँ उनसे हस्ताक्षर करा लिया गया है।मामला धीरे धीरे आग की तरह फैलते हुए उच्चाधिकारियों तक भी पहुंच चुका है अब देखना यह होगा कि इस मामले को भी जांच के नाम पर उच्चाधिकारी दबा देते है अथवा नियम विरुद्ध पैसा निकलवाने वाले शिक्षा अधिकारी और सम्बन्धितों पर कारवाई की जाती है।गौरतलब हो कि बिद्यालय के टीचरों द्वारा एबीएसए पर साजिश और षडयंत्र जैसे तमाम आरोप के बाद विद्यालय की तीन वरिष्ठ शिक्षिकाओं संध्या सरोज और शीलम द्वारा लिखित आदेश मिलने के बाद भी विद्यालय का वित्तीय प्रभार लेने से इनकार कर दिया गया था।वरिष्ट अध्यापक नारायण दास गुप्ता विद्यालय का प्रभार लेना चाहते थे लेकिन उन्हें बीईओ ने कुछ जांच आख्या लगा कर दूसरे विद्यालय संबद्ध कर मूल बिद्यालय से हटा दिया था।एबीएसए के इस ताना बाना वाले खेल के कारण आशारानी के निलंबन के बाद तीन महीने से कंपोजिट विद्यालय प्रधानाध्यापक विहीन चल रहा है उच्चाधिकारी तीन महीने से जांच के नाम पर केवल मज़ा लेते हुए बच्चों का भविष्य बर्बाद कर रहे हैं।इस संबंध में कंपोजिट ग्रांट निकालने का आरोप झेलने वाली आशारानी ने बताया की 31मार्च तक विद्यालय का कंपोजिट ग्रांट लैप्स न हो इसलिए हम उच्चाधिकारियों के मौखिक कहने पर ही ग्रांट के धन का बैंक से आहरण किया है।एबीएसए के लिखित आदेश देने से इनकार किए जाने और कंपोजिट ग्रांट के दुरुपयोग के सवाल पर आशारानी ने कहा की जांच में उनके द्वारा समस्त साक्ष्य प्रस्तुत किए जाएंगे।बीईओ विश्वजीत कुमार ने कहा की सस्पेंड कर्मचारी अधिकारी टीचर धन नही निकाल सकता है वैसे हम को इस मामले में पता नही है जाँच कराई जाएगी।