छ.ग. विशेष संवाददाता :- राजेन्द्र मंडावी बस्तर: चुनौतियां अनेक, समाधान एक
कांकेर। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष एवं आदिवासी कार्यकर्ता संजय पंत ने प्रेस नोट जारी कर बस्तर के आदिवासी एवं सर्व मूल निवासी समाज के सामने खड़ी अनेक चुनौतियों एवं उनके समाधान पर प्रकाश डाला है।
किसान नेता आगे कहते हैं कि बस्तर के प्राकृतिक संसाधनों को लूटने के लिए पूंजीवादी एवं शोषणकारी ताकतों ने क्षेत्र की आदिवासी जनता को हिंसा एवं अमानवीय परिस्थितियों के जाल में फंसा दिया है। जल, जंगल और जमीन को लूटने के लिए लोमड़ी मानसिकता वाले पूंजीपतियों ने आदिवासी भाई को अपने भाई से ही मरवाने की साजिश रची। आज बस्तर का आदिवासी समाज अपनों के ही खून का प्यासा हो गया है और उनकी इस आपसी लड़ाई का फायदा सभी राजनीतिक पार्टियों, सभी संगठनों, संपूर्ण प्रशासनिक एवं पुलिस तंत्र तथा सबसे ज्यादा बाहरी क्षेत्रों से आए हुए तथाकथित राजनीति के भेष में छुपकर ठेकेदारी कर रहे तत्वों को मिल रहा है। किसान नेता आगे कहते हैं कि बस्तर के आदिवासी समाज के सामने अपने अस्तित्व को बचाने की अनेक चुनौतियां हैं जबकि समाधान सिर्फ एक है, अपने आपको किसान मानना। किसान सिर्फ पैदा करता है, मारता कभी नहीं है। सही मायनों में आज बस्तर ही नहीं संपूर्ण दुनिया को सिर्फ किसान की जरूरत है। यदि बहुजन समाज स्वयं को किसान मान ले तो शोषण से बचा एवं जल जमीन जंगल पर्यावरण को बचाया जा सकता है।
जल, जंगल और जमीन को बचाने की संवैधानिक लड़ाई में बस्तर से दिल्ली तक भारतीय किसान यूनियन आदिवासी जनता के लिए पूरी मजबूती के साथ खड़ा है। पूंजीवादी एवं शोषणकारी ताकतों को हराने की इस संवैधानिक लड़ाई में भारतीय किसान यूनियन बहुजन समाज का स्वागत करता है। बस्तर क्षेत्र की सभी चुनौतियों के लिए एक समाधान है, भारतीय किसान यूनियन।