सत्यार्थ न्यूज़ भीलवाड़ा
अब्दुल सलाम रंगरेज
शाहपुरा जिले की बहाली की मांग को लेकर शाहपुरा शहर रहा बंद_
आक्रोश रैली निकाली_ राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन
भीलवाड़ा
शाहपुरा जिला बहाली की मांग को लेकर शाहपुरा में संपूर्ण बंद का आव्हान किया गया। बंद के दौरान व्यापार भी बंद रहा। आक्रोश रैली निकाली गयी और राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।
शाहपुरा जिला बचाओ संघर्ष समिति ने राज्य सरकार द्वारा शाहपुरा जिला खत्म किए जाने के विरोध में यह बंद रखा गया । हजारों लोग जिला बहाली की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे। दुकानें बंद रहीं, रैलियां निकाली गईं और राज्यपाल के नाम को ज्ञापन दिया गया। विधायक लालाराम बैरवा को जिम्मेदार ठहराते हुए उनके खिलाफ भी नारेबाजी हुई और उनके पोस्टर फाड़ दिए गए।
शाहपुरा में मंगलवार को जिले को खत्म किए जाने के विरोध में अभूतपूर्व बंद देखा गया। दुकानें, रेस्टोरेंट, मेडिकल स्टोर, यहां तक कि सब्ज़ी और फल की दुकानें भी बंद रहीं। शाहपुरा जिला बचाओ संघर्ष समिति ने इस बंद का आह्वान किया था। समिति भजन लाल शर्मा सरकार के जिला खत्म करने के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है।
बंद के दौरान, महलों के चौक में एक विशाल सभा का आयोजन किया गया। इसके बाद एक आक्रोश रैली निकाली गई, जो शहर के मुख्य बाज़ारों से होकर गुज़री। रैली अंत में उपखंड अधिकारी कार्यालय पहुंची, जहां राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया। इस ज्ञापन में शाहपुरा को दोबारा जिला बनाने की मांग की गई।
अभिभाषक संस्था के नेतृत्व में शाहपुरा के अधिवक्ताओं ने महलों का चोक से दोपहिया वाहनों की रैली निकाली। यह रैली शाहपुरा के प्रमुख मार्गों से होकर गुजरी। अधिवक्ताओं ने इस दौरान नारेबाजी करते हुए राज्य सरकार से शाहपुरा को पुनः जिला घोषित करने की मांग की। संघर्ष समिति के संयोजक रामप्रसाद जाट ने इस बंद को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि शाहपुरा की जनता ने जिस तरह से आंदोलन का समर्थन किया है, वह सरकार को चेताने के लिए पर्याप्त है। समिति के अनुसार, यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक शाहपुरा को जिला घोषित नहीं किया जाता। अभिभाषक संस्था के अध्यक्ष दुर्गालाल राजौरा ने कहा कि शाहपुरा की जनता ने अपनी एकजुटता और संघर्ष की ताकत का परिचय दिया है। बंद के सफल आयोजन से यह स्पष्ट होता है कि शाहपुरा के लोग अपनी मांग को लेकर गंभीर हैं और सरकार को जल्द फैसला लेना चाहिए।
संघर्ष समिति ने चेतावनी दी है कि अगर 15 दिनों के अंदर उनकी मांग पूरी नहीं की गई, तो वे नेशनल हाइवे पर चक्का जाम करेंगे। जिला बहाली की मांग को लेकर ग्रामीण इलाकों से भी बड़ी संख्या में लोग शाहपुरा पहुंचे। उन्होंने अपने हाथों में तख्तियां लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
महलों के चौक में हुई सभा में कई वक्ताओं ने जिला खत्म करने के लिए शाहपुरा विधायक डॉ. लालाराम बैरवा को जिम्मेदार ठहराया। कुछ वक्ताओं ने तो विधायक से धरना स्थल पर आकर माफी मांगने की मांग भी कर दी। सभा में वक्ताओं ने कहा, शाहपुरा विधायक ने जनता को अंधेरे में रखकर जिला समाप्त करा दिया। जनता उनको आने वाले समय में माफ नहीं करेगी।