सत्यार्थ न्यूज श्रीडूंगरगढ़-बुधवार को मौनी अमावस्या स्नान से
प्रयागराज के संगम तट पर मंगलवार की रात करीब डेढ़ बजे भगदड़ मच गई, जिसमें 14 से अधिक लोगों की मौत हो गई और 50 से ज्यादा श्रद्धालु घायल हो गए। पहले उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में संगम पर भगदड़ जैसी स्थिति पैदा होने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हालात जानने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर एक घंटे में ही दो बार बात की है। इस बीच, संगम पर भगदड़ जैसी स्थिति पैदा होने के बाद अखाड़ों ने 29 जनवरी को होने वाले अमृत स्नान को रद्द कर दिया है। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, इस घटना के कारण लोगों के हताहत होने की भी आशंका है। कई आध्यात्मिक नेता श्रद्धालुओं से भीड़ से बचने के लिए अस्थायी रूप से संगम घाट पर आने से बचने का आग्रह कर रहे हैं।प्रशासन ने बताया कि एंबुलेंस को घाट पर भेज दिया गया है और घायलों को इलाज के लिए मेला मैदान के अंदर केंद्रीय अस्पताल ले जाया गया है। स्पेशल एग्जीक्यूटिव ऑफिसर आकांक्षा राणा ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया,‘संगम मार्गों पर कुछ बैरियर टूटने के बाद भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। कुछ लोग घायल हुए हैं। उनका इलाज चल रहा है। यह कोई गंभीर स्थिति नहीं है।’ महाकुंभ मेले का विशाल आयोजन 13 जनवरी को यूपी के प्रयागराज में शुरू हुआ। महाकुंभ 26 फरवरी को खत्म होगा।