अब नहीं जलेंगे कागज़ो मे अलाव, देनी होंगी सूचना – मोनिका रानी जिलाधिकारी
संवाददाता पंकज कुमार शुक्ला
बहराइच
जिले में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ठंड से बचाव के लिए कागजों पर जिले भर में 250 स्थानों पर अलाव जल रहे हैं। लेकिन जगहों से अलाव जलने की जीपीएस फोटो नहीं आ रही है। इसको देखते हुए लेखपालों को आपदा प्रहरी ऐप डाउनलोड करवाया गया है। अब प्रतिदिन अलाव जलने की रिपोर्ट लेखपाल की ओर से आपदा प्रहरी ऐप पर सबमिट कर एसडीएम के माध्यम से जिलाधिकारी को भेजा जाएगा। जिस दिन ऐप पर डाटा फीड नहीं किया गया, उस दिन का वेतन काट दिया जाएगा।
नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों में अलाव लेखपालों के साथ संबंधित की ओर से जलवाया जा रहा है। लेकिन अलाव सही जला या नहीं, इसकी फोटो कुछ क्षेत्रों से नेटवर्क की समस्या के चलते नहीं आ पा रही है। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में अलाव न जलने की शिकायत भी मिल रही है।
इसको देखते शासन के निर्देश पर जिलाधिकारी मोनिका रानी ने आपदा प्रहरी ऐप लॉन्च करवाया है। जिसको जिले के 1064 ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधानों ने अपने मोबाइल पर डाउनलोड कर लिया है। अब सभी अलाव जलने के बाद आपदा प्रहरी ऐप से फोटो सबमिट कर उसे तहसील के उपजिलाधिकारियों के माध्यम से डीएम को भेजेंगे।
इतना ही नहीं जिन स्थानों पर कम्बल वितरित किया जा रहा है, वहां की फोटो भी आपदा प्रहरी ऐप के द्वारा लेखपाल जिला मुख्यालय भेजेंगे। जिस दिन की फोटो आपदा प्रहरी ऐप पर सबमिट नहीं होगी, उस दिन का वेतन लेखपालों को नहीं दिया जाएगा। इसको लेकर जिले के लोगों में खुशी है। सभी का कहना है कि इस अभियान से भ्रष्टाचार पर रोक लगेगी। साथ ही अब कागजों पर अलाव और कंबल वितरण नहीं होगा।
रैन बसेरे की भी हो रही निगरानी
जिलाधिकारी मोनिका रानी ने बताया कि शहर और नगर क्षेत्र में रैन बसेरे का संचालन हो रहा है। रैन बसेरे में अलाव जल रहा है या नहीं, इसकी भी निगरानी आपदा प्रहरी एप से की जाएगी। नगर क्षेत्र में अव्यवस्था मिलने पर संबंधित ईओ जिम्मेदार होंगे।
खानापूर्ति पर लगेगी लगाम
जिले में कुछ ऐसे स्थान हैं, जहां की फोटो नेटवर्क के चलते नहीं आ पा रही है। साथ ही कुछ स्थानों पर अलाव जलवाने के बाद बुझा कर खानापूर्ति करने की शिकायत ग्रामीण कर रहे हैं। इसको देखते हुए जिले में आपदा प्रहरी ऐप लॉन्च करवाया गया है। जिसका उपयोग भी लेखपाल कर रहे हैं। अब खानापूर्ति नहीं हो सकेगी।
मोनिका रानी जिलाधिकारी