गुना जिले से संवाददाता बलवीर योगी
नहीं थम रहा गुना जिले में चावल बेचने और खरीदी करने का कारोबार कंट्रोल संचालक ही खरीदारी और बेचने का कारोबार आगे बढ़ा रहे हैं
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा गरीबों को राशन दिया जाता है लेकिन यही राशन दुकानों पर 20 से ₹25 किलो बेचा जा रहा है गुना जिले में लगातार सरकारी उचित मूल्य की दुकान पर यह देखने को मिल रहा है सरकार द्वारा दिया गया राशन खरीदना और बेचना कानूनी जुर्म है इसके बावजूद भी गुना जिले में लगातार पीडी एफ चावल की खरीद और बेचने का काम लगातार बढ़ता ही जा रहा इस पर मुख्य अधिकारी भी रोक नहीं लगा पा रहे ऐसा ही एक मामला बूढ़े बालाजी वार्ड क्रमांक 10 में कंट्रोल संचालक अपनी मनमानी कर गरीबों चावल खरीद कर मोटी रकम ले रहे हैं सरकार द्वारा लगातार कार्रवाई मध्य प्रदेश में देखने को मिल रही है इसके बावजूद भी चावल खरीदी और बेचने पर कोई पाबंदी नहीं लगाई गई है
आपको बता दें कि इससे पहले भी गुना जिले में चावल को लेकर कई मामले प्रशासन की निगाह में आए लेकिन इसके बावजूद भी मुख्य अधिकारी द्वारा कोई भी कार्रवाई नहीं की गई सस्ता राशन जिन उपभोक्ताओं को दिया जाता है यदि बेच रहे हैं तो यह अपराध है वही पीडी एफ राशन को लेने वाला अपराधी होगा क्योंकि इस प्रकार राशन को खरीद कर बेचना सरकार का उद्देश्य व उसके नियम का उल्लंघन ही है इसलिए ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है जिले में सरकार द्वारा बीडी एल के अलावा एपीएल अधिकारियों को राशन कार्ड जारी किया गया है सभी प्रकार के राशन कार्ड धारकों की संख्या लाखों में है ऐसे बिचौलियों दुकानदारों को खाद्य विभाग अधिकारी द्वारा इन पर कार्रवाई करनी चाहिए पीडीएस कंट्रोल ऑर्डर 2016 में चावल देने का उद्देश्य है उपभोक्ता उसका उपयोग खाने के लिए करेगा बेचना नियम का उल्लंघन है इसलिए वह अपराधी माना जाएगा राशन कार्ड को गिरवी रखना भी अपराध है इसलिए पीडीएस के चावल को बेचने वाला भी अपराधी की श्रेणी में आता है