शहर के ओल्ड जीटी रोड पर हुई आगजनी मामले में पलवल पुलिस की बड़ी एवं त्वरित कार्रवाई, एक एक्सईएन,एक सुपरवाइजर एवं दो टेक्नीशियन सहित चार आरोपी किए गिरफ्तार।
पुलिस कप्तान पलवल श्री चंद्र मोहन ने मौका घटना स्थल पहुंचकर हादसे के पीछे जिम्मेवार आरोपियों के विरुद्ध त्वरित कार्रवाई करने के दिए थे निर्देश।
लापरवाही किसी भी स्तर के अधिकारी की क्यों ना हो कानून से बच नहीं पाएगा-चंद्र मोहन एसपी पलवल।
पलवल-13 नवंबर
कृष्ण कुमार छाबड़ा
दिनांक 12 नवंबर 2024 को दोपहर के समय शहर के ओल्ड जीटी रोड पर हुई आगजनी मामले में जानकारी देते हुए डीएसपी पलवल श्री महेंद्र कुमार ने बताया कि ओल्ड जीटी रोड पर स्थित मोतीलाल पार्क के पास पानी लीकेज की सूचना पर मरम्मत हेतु जनस्वास्थय विभाग विभाग द्वारा जेसीबी के माध्यम से पाइपलाइन तलाशने हेतु खुदाई करवाई जा रही थी कि खुदाई के दौरान अंडर ग्राऊंड जा रही पीएनजी की पाइप लाइन टूट गई और गैस का रिसाव होने लगा और देखते ही देखते आग लग गई। जिससे वहां चाय विक्रेता हरीशचंद निवासी शिवविहार कॉलोनी पलवल की आग की चपेट में आने से मृत्यु हो गई। लगी आग से दो बैटरी दुकान, एक चाय दुकान, मौका पर खुदाई कर रही जेसीबी तथा वहां खड़ी तीन मोटरसाइकिल जल गई। आग पर दमकल गाड़ियों ने काबू पाया। इस आगजनी के संबंध में मृतक के भाई लक्ष्मण की शिकायत के आधार पर जन स्वास्थ्य विभाग एवं अदानी गैस तथा अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
डीएसपी पलवल ने बताया कि हादसे की सूचना पर पुलिस कप्तान पलवल श्री चंद्र मोहन आईपीएस ने मौका पर पहुंचकर घटना के जिम्मेदार आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। आगजनी के संबंध में प्रत्येक एंगल एवं गहराई से जांच की गईं तथा मामले में जन स्वास्थ्य विभाग एवं अदानी गैस कर्मचारियों की लापरवाही से व्यक्ति की मृत्यु होनी पर पुलिस द्वारा जन स्वास्थ्य विभाग के एक्सईएन अमित पुत्र श्री चंद निवासी गांव बघोला, पलवल तथा अदानी गैस के सुपरवाइजर विशाल पुत्र योगेश निवासी गौरई अलीगढ़, दो टेक्नीशियन कर्मचारी शमशाद पुत्र निजाम निवासी अलीगढ़ तथा शैलेंद्र पुत्र रविंद्र निवासी ग्वालियर, मध्य प्रदेश को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। आरोपियों को आज पेश अदालत किया जाएगा।
वहीं पुलिस कप्तान पलवल श्री चंद्र मोहन आईपीएस ने मामले पर कड़ा संज्ञान लेते हुए कहा कि लापरवाही किसी भी स्तर के अधिकारी की क्यों ना हो कानून से नहीं बच पाएगा। इस हादसे के पीछे अन्य जो भी जिम्मेवार होगा वह जल्द ही कानून की सलाखों के पीछे होगा। मामले की विवेचना के लिए विशेष अनुसंधान टीम का गठन किया गया है।