छोटी दिवाली पर हृदयोद्गार चतुष्पदियां
अन्धकार का नाश हो,
हास और परिहास हो।
आज दिवाली के अवसर पर,
चारो तरफ प्रकाश हो।
हँस हँस कर हर संकट झेलो,
पाषाणों को पग से ठेलो।
जुआ खेलना महापाप है,
’वर्मा’ कभी न जुआ खेलो।
’वर्मा’ करो परस्पर प्यार,
जीवन में मत मानो हार।
इस अवसर पर दीप जलाकर,
कर दो पूरा जग उजियार।
डा० वी० के० वर्मा
आयुष चिकित्साधिकारी,
जिला चिकित्सालय-बस्ती।