विधानसभा डिप्टी स्पीकर के लिए कृष्ण मिड्ढा के नाम पर मुहर लगी।
Haryana Vidhan Sabha Speaker:
संवाददाता विशाल लील की रिपोर्ट
भाजपा विधायक हरविंदर कल्याण को शुक्रवार को चंडीगढ़ में सर्वसम्मति से हरियाणा विधानसभा का अध्यक्ष चुना गया। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कल्याण के नाम का प्रस्ताव रखा। भाजपा विधायक रणबीर गंगवा ने प्रस्ताव का समर्थन किया। कल्याण करनाल जिले के घरौंडा से तीन बार विधायक हैं। कल्याण के अध्यक्ष पद संभालने पर मुख्यमंत्री और उनकी पार्टी के विधायकों, भूपेंद्र सिंह हुड्डा सहित कांग्रेस विधायकों, इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) विधायक आदित्य देवी लाल और अर्जुन चौटाला तथा कई अन्य विधायकों ने बधाई दी।
CM ने दी विधानसभा स्पीकर को बधाई
विधानसभा सत्र (Vidhan Sabha) में स्पीकर के नाम का चुनाव किया गया। जिसमें हरविंदर कल्याण का नाम सामने आया। करनाल के घरौंडा शहर से विधायक हरविंदर कल्याण ने कुर्सी ग्रहण करते हुए अपना पदभार संभाल लिया है। इनके नाम का प्रस्ताव CM सैनी ने रखा जिसके बाद सर्वसम्मति से उन्हें चुन लिया गया। BJP की इस विधायक ने हैट्रिक जीत हासिल की। इस बार 87236 मतों से जीतकर ये लगातार घरौंडा सीट से तीसरी बार विधायक बने।
CM सैनी ने सोशल मीडिया के जरिए इन्हें बधाई देते हुए कहा कि लोकतंत्र के इस मंदिर में हम सब ने हरियाणा की 15वीं विधानसभा के लिए हरविंदर कल्याण आप को सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुना है इसके लिए मैं आपको अपनी ओर से समूचे सदन की ओर से तथा BJP की ओर से बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूँ। मेरा विश्वास है कि आप अपने विस्तृत अनुभव, अनूठी कार्यशैली और नम्रता तथा विवेक जैसे आपके अद्भुत व्यक्तित्व के अनेक गुणों से अध्यक्ष पद की गरिमा को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।
कौन बने हरियाणा के डिप्टी स्पीकर ?
विधानसभा (Vidhan Sabha) स्पीकर के साथ-साथ डिप्टी स्पीकर को भी चुना गया। जिसके लिए कृष्ण मिड्ढा के नाम पर मुहर लगी। कृष्ण लाल पंवार ने इनके नाम का प्रस्ताव रखा। जाट लैंड कहे जाने वाले जींद से ये तीन बार विधायक रह चुके हैं। डिप्टी स्पीकर बनने के बाद CM समेत अन्य विधायकों ने उन्हें बधाई दी।
कृष्ण मिड्ढा को डिप्टी स्पीकर बनाने के पीछे बीजेपी का उद्देश्य पंजाबी-खत्री समुदाय को प्रतिनिधित्व देना है। इस समुदाय से नवनिर्वाचित सदन में आठ भाजपा विधायक हैं। इसके अलावा इस कदम का मकसद जींद के शहरी क्षेत्रों में पकड़ मजबूत करना है। यहां के नरवाना से कृष्ण कुमार बेदी को मंत्री पद भी दिया गया है। कृष्ण मिड्ढा के पिता हरि चंद मिड्ढा जींद से भारतीय राष्ट्रीय लोकदल (INLD) के विधायक थे। कृष्ण मिड्ढा अपने पिता के निधन के बाद जींद उपचुनाव लड़ने लिए 2019 में भाजपा में शामिल हो गए थे जिसमें उन्हें जीत भी मिली थी।