जनपद की रोडवेज के यात्रियों को जनपद से पाँच किमी॰ की दूरी पर ही छोडा जा रहा।
रिपोर्ट:प्रशान्त कुमार यादव
एटा। जिले में यातायात की व्यवस्थाओं को सुगम बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। जिससे कि यात्रियों को समस्या का सामना न करना पड़े। मगर शुक्रवार से लंबे रूट की बसें यात्रियों को शहर के बाहर बाईपास पर ही उतार रही हैं। जिसकी वजह से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।जिला मुख्यालय पर शहर से लगभग 4 किमी की दूरी से बाईपास निकल रहा है। यहां से शहर में आने के लिए लोगों को ई रिक्शा या ऑटो का सहारा लेना पड़ता है। शहर में जाम की समस्या से निजात पाने के लिए शुक्रवार से लंबे रूट की रोडवेज बसों का शहर में आना बंद हो गया है। जिसके कारण यात्रियों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। अलीगढ़ की ओर से या कानपुर की ओर से जो बस एटा तक ही आ रही है। वह तो बस स्टैंड तक जाती है, बाकी आगे जाने वाली बसें सवारी को शहर के बाहर बाईपास पर ही उतार रहीं हैं। जिसके चलते यात्री परेशान हैं। विरामपुर या मानपुर पर उतरकर सवारी शहर तक पैदल नहीं आ सकती। इसके लिए ई-रिक्शा या ऑटो का सहारा लेना पड़ रहा है। जिसके चलते उन्हें लक्ष्य तक पहुंचने में असुविधा उठाने के साथ ही अधिक पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं।
रात को हो रही ज्यादा परेशानी
रात्रि के समय बाईपास पर उतरने के बाद सवारी को ज्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ता है। सवारियों का कहना है कि देर रात को हमें बाईपास से शहर तक लाने के लिए कोई ऑटो या ई रिक्शा भी नहीं मिलता है। जिसकी वजह से शहर तक पहुंचने के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
एआरएम राजेश यादव ने बताया कि शासन की ओर से अलीगढ़ क्षेत्र के लिए 10 बसें आनी हैं। जिनमें से लगभग 3 बसें एटा डिपो को मिलने की उम्मीद है।
शहर के दोनों ही तरफ बाईपास की दूरी 4 किमी से कम नहीं है। ऐसे में रात को बाईपास पर उतरने वाली सवारियों को समस्या होना लाजिमी है। इस ओर प्रशासन को ध्यान देना चाहिए।
रात के समय जब सवारी बाईपास पर उतरेगी तो दिक्कत होगी। ई रिक्शा या ऑटो नहीं मिला तो पैदल ही शहर तक आना पड़ेगा। जिसके चलते लोगोें को काफी परेशानी होगी, निदान होना चाहिए। प्रशासनिक आदेश हैं इसके तहत ही बसें बाईपास से गुजर रहीं हैं। जो बस केवल एटा तक ही आएगी वो बस स्टैंड पहुंचाएगी। बाकी बसें एटा की सवारी को बाईपास पर ही उतारेंगी।