सत्यार्थ न्यूज़ भीलवाड़ा राजस्थान
अब्दुल सलाम रंगरेज
मन्नत पूरी होने पर बेटे को लेकर माता के दर्शन हेतु नंगे पैर निकले दंपति
भीलवाड़ा –
चलो बुलावा आया है माता ने बुलाया है___लोग के जीवन में कई परेशानी आती है।अपनी परेशानियां अपने इष्ट देव के सामने रखते हैं और मन्नत मांगते हैं।अपनी मनोकामना होने पर लोग माता के दर्शनों हेतु जा रहे हैं।
ऐसा ही एक वाकया सामनेआया है और वायरल हो रहा है।जिले के बागोर कस्बे के निकट एक गांव से पैदल ही 118 किलोमीटर की जोगणिया माता की यात्रा पर निकले दंपति श्रद्धा का केंद्र बना हैं।
12 साल के बाद उनके घर में किलकारी गुंजी, मुराद पूरी होने पर ट्रॉली बैग में बेटे को लेटा कर जोगणिया माता की यात्रा पर निकले है।
लगभग 118 किलोमीटर की पैदल यात्रा करना युवा दंपती के आसान होता है।परंतु नवजात बच्चे का ध्यान रखते हुए उन्होंने जुगाड़ किया। बच्चे को ट्रॉली बैग में लिटाया और पदयात्रा पर निकल पड़े।
माता से संतान प्राप्ति की मन्नत मांगी थी।
मांडलगढ़ मार्ग पर रविवार (6 अक्टूवर) को सड़क पर ट्रॉली बैग में बच्चे को ले जाते देख अन्य पदयात्री और भंडारा लगाने वाले लोग भी आश्चर्यचकित हो गए। ट्रॉली में बच्चे को रखकर दंपती लंबी पदयात्रा कर रहा है। यह अनूठा नजारा देखने के लिए पूरे रास्ते लोगों में श्रद्धा और चर्चा का केंद्र बना हुआ है दंपति, उन्होंने माता से संतान प्राप्ति की मन्नत मांगी थी।
मन्नत में संतान प्राप्ति होने पर नंगे पैर आकर बच्चे को आशीर्वाद दिलाने का संकल्प किया था। पदयात्रा के दौरान उन्होंने चप्पल जूते नहीं पहने थे।दंपति का कहना था कि वे नंगे पैर ही माता के दरबार में जा रहे थे।सोमवार (6 अक्टूवर) शाम तक माता के दरबार में जोगणिया माता मंदिर पहुंच जाएंगे।