गीता स्वाध्याय कार्यक्रम हुआ संपन्न।
गुना जिले से संवाददाता बलवीर योगी
इस जगत में में जो कुछ भी है, मुझसे रहित नहीं है। मैं ऋतुओं में बसंत ऋतु, छंदों में गायत्री छंद, और महीनों में मार्गशीर्ष का महीना हूं। जो भी मनुष्य इस दशम अध्याय का पाठ करता है। वह सब आश्रमों के फल प्राप्त कर लेता है। उपरोक्त भाव पंडित ओमप्रकाश पाराशर प्रांतीय संरक्षक ने गणेश मंदिर पर पंडित अर्जुन मिश्रा द्वारा कराये गये, स्वाध्याय में व्यक्त किए। गीताजी का पूजन अर्जुन मिश्रा द्वारा किया गया। स्वाध्याय गीत केशव बैरागी ने वाचन किया। जबकि गणेश गौरी गुरु वंदना तथा गायत्री मंत्र का पाठ पंडित ओमप्रकाश पाराशर ने कराया। रामायण की चौपाइयों, अध्याय दस के 33 श्लोक 42श्र्लोक तक का स्वाध्याय रामसिंह रघुवंशी प्रांतीय वित्त प्रमुख ने कराया। सूक्ति के माध्यम से रामशंकर दुबे ने बताया कि जननी और जन्मभूमि स्वर्ग से भी बढ़कर है। अमृत वचन में केशव बैरागी ने कहा कि सज्जन पुरुष, सरिता,वृक्ष, धरती अपने लिए कुछ नहीं चाहते, सदैव दूसरों की भलाई का काम करते हैं। इसी प्रकार मनुष्य को भी हमेशा भलाई का काम करते रहना चाहिए। प्रेरक प्रसंग में राधेश्याम शर्मा मुदगल ने कहा कि यदि हम ईश्वर पर विश्वास रखकर कोई भी काम करें, तो ईश्वर हमारी मदद अवश्य करता है। गीता भजन जाने क्या जादू भरा हुआ, भगवान तुम्हारी गीता में पंडित ओंमप्रकाश पाराशर ने सुनाया। सूचनाओं के माध्यम से सुधीर सक्सेना केन्द्रीय संयुक्त सचिव ने बताया कि आगामी 15अक्टूबर से 18अक्टूबर तक चार दिन का वर्ग शाढ़ौरा में लगाया जा रहा है।
वहीं 19/10/24शनिवारको गीता प्रतिष्ठानम के संस्थापक सदस्य स्वर्गीय रमेश चंद्र पांडेय जी की स्मृति में प्रकाशित ग्रंथ का विमोचन सरस्वती विद्यामंदिर फ्रेंड्स कॉलोनी कैंट में रखा गया है। गीता स्वाध्याय में हेमलता सक्सेना, भावना शर्मा, अन्नपूर्णा मिश्रा,कमला श्रीवास्तव, श्रेया शर्मा, नैना मिश्रा, पुष्कर तिवारी, संदीप शर्मा, वीरेंद्र भार्गव, शतायु शर्मा, देवेन्द्र उपाध्याय महिदपुर वाले, आदित्य मिश्र, विवेक शर्मा,भगवंत बेड़नियां, नंदकिशोर परिहार, आकाशदीप सक्सेना, उमाशंकर भार्गव, सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। विवेक शर्मा ने बताया कि दिनांक दो अक्टूबर को आवारा मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए गहरी नींद में सो रहे प्रशासन को एक रैली के माध्यम से ज्ञापन सौंपा जायेगा। आगामी विशेष स्वाध्याय सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या पर 2/10/24बुधवार को शाम चार बजे धर्मवीर सिंह भारतीय के स्वनिवास पर आयोजित किया गया है। जिसमें अध्याय ग्यारह के प्रथम ग्यारह श्लोकों का स्वाध्याय किया जायेगा। आयोजक ने अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर धर्मलाभ प्राप्त करने का अनुरोध किया है।