न्यूज़ रिपोर्टर -आशीष सिंह
जनपद- लहार
स्थान- भिंड
सड़को पर बैठने वाली निराश्रित गायों को हटाने की कार्यवाही की जावे-कलेक्टर
जर्जर भवनो में स्कूल नहीं लगाए जाए और बच्चा खुले में बैठकर नहीं पढाया जाए
समय-सीमा पत्रों की समीक्षा बैठक सम्पन्न
समय-सीमा पत्रों की समीक्षा बैठक में सीएमओ, सीईओ जनपद सडको पर बैठी निराश्रित गायों को हटाने की कार्यवाही करें। साथ ही जर्जर भवनों में स्कूल नहीं लगाए जाए और बच्चों को खुले में नहीं पढाया जाए यह बात कलेक्टर श्री संजीव श्रीवास्तव ने डीपीसी से कही।
बैठक में अपर कलेक्टर श्री एलके पाण्डेय, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती शिवांगी अग्रवाल, एसडीएम भिण्ड श्री अखलेश शर्मा के अलावा विभिन्न विभागो के अधिकारी उपस्थित रहे साथ ही वर्चुअली रूप से एसडीएमगण एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री संजीव श्रीवास्तव ने समय-सीमा पत्रों की समीक्षा बैठक में समस्त सीईओ जनपद एवं समस्त सीएमओ नपा को निर्देशित किया कि रोड पर निराश्रित बैठी गायों को हटाने की कार्यवाही करें और इसमें कोई रूकावट पैदा करें तो उसके खिलाफ कार्यवाही करना सुनिश्चित करें एसडीएम इसकी मॉनीटरिंग करें। बैठक में डीपीसी को निर्देशित किया कि जहां स्कूलों के जर्जर भवन है वहां स्कूल नहीं लगाए जाए और ना ही बच्चों को खुले में आसमान में बैठकर बढाया जाए।
कलेक्टर ने सीएम हैल्पलाईन लाईन की लंबित शिकायतों की विभागवार समीक्षा की। समीक्षा के दौरान पाया कि कई विभागो में सीएम हैल्पलाईन की ज्यादा शिकायते लंबित है और अधिकारियों के द्वारा उनको निराकरण की कार्यवाही नहीं की गई है अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि उनके यहां सीएम हैल्पलाईन की जो लंबित शिकायते है उनका निराकरण समय रहते करना सुनिश्चित करें। जिस विभाग के अंतर्गत ज्यादा शिकायते लंबित है वे ई-दक्ष केन्द्र में बैठकर शिकायतो का निराकरण करना सुनिश्चित करें।
कलेक्टर ने पीएम आवास शहरी की समीक्षा के दौरान पाया कि कई आवास अप्रारंभ है सभी सीएमओ इस बात की ओर ध्यान दे कि जो अप्रारंभ आवास है उनको सरेण्डर की कार्यवाही करें। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत काम में देरी होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि कार्य समय सीमा में पूर्ण कराए। उन्होंने कहा कि जिन सरपंचो के द्वारा गौशाला चालू नहीं कराई गई है उनके खिलाफ संबंधित अधिकारी कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। बैठक में खाद पर चर्चा करते हुए कहा कि खाद गांवो में किसानों को मिल रही है कि नहीं और उन्होंने कहा कि जो डिफाल्टर किसान है वह राशि जमा करें उसके बाद ही उनको खाद की आपूर्ति की जाए।
बैठक में महिला एवं बाल विकास, कृषि, जिला आपूर्ति सहित अन्य विभागो की भी समीक्षा की गई और कार्यवाही के आवश्यक निर्देश दिए।