पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार से जांच के लिए पत्र आते ही हुआ पत्रकार पर जानलेवा हमला
गुना जिले से संवाददाता बलवीर योगी
गुना। जिले के बमोरी वन परिक्षेत्र में बड़े स्तर पर जंगलों की कटाई, हांकाई, जुटाई और वन भूमि पर अवैध अतिक्रमण, उत्खनन की खबर प्रकाशन के बाद पत्रकार ने भ्रष्ट रेंजर की शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों और मंत्रालय में भेजी थी। उक्त शिकायत की जांच के विषय में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय वन सुरक्षा प्रभाग भारत सरकार नई दिल्ली से पत्र जारी हुआ और प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन बल प्रमुख मप्र सरकार सतपुड़ा भवन भोपाल को जांच के आदेश दिए। इस जांच से बौखलाए रेंजर सरदार सिंह चौहान ने पत्रकार को डराने और जांच प्रभावित करने के उद्देश्य को पूरा करने रेंजर के खास गुंडे जो जंगल में वन भूमि जोत रहे हैं उनसे जानलेवा हमला करवाया।
इस हमले के बाद रेंजर का उद्देश्य भी पूरा हो गया, क्योंकि हमले के 5 दिन बाद शिवपुरी से जांच टीम के एसडीओ ने पत्रकार को फोन लगाया था कि शुक्रवार 20 सितंबर को आपको बमोरी पहुंचना है। जांच टीम के समक्ष शिकायतकर्ता को नही पहुंचने की स्थिति में जांच करने का कोई ओचित्य नही होगा। इस संबंध में जानकारी मिली है कि शिवपुरी से जांच करने आए एसडीओ एलवन बर्मन और डीएफओ अक्षय राठौर गुना सहित अन्य अधिकारी जांच के नाम पर खाना पूर्ति कर वापस लौट आए। अब सवाल ये है कि शिकायत में सब कुछ दर्शाने और खबरों के साथ लोकेशन सहित फोटो, वीडियो दिए गए हैं जिसमें अंधे लोग भी जांच कर सकते हैं। फिलहाल तो ऐसा लगा कि सबके सब नीचे से लेकर ऊपर तक रेंजर को बचाने भरसक प्रयास कर रहे हैं जो कहीं न कहीं मिलीभगत की ओर इशारा करता है।