महराजगंज : नेपाल के तनुहान जिले के मर्स्यांगडी नदी में हुए बस हादसे में,महाराष्ट्र के 27 पर्यटकों की मौत ने सबको झकझोर कर रख दिया।इस हादसे में दोनों देशों में दुःख और गम छाया हुआ है।
महाराष्ट्र के 51 पर्यटक नेपाल से घर वापसी के लिए सड़क मार्ग से सायं 4 बजकर 45 मिनट पर इंडो – नेपाल के सोनौली बॉर्डर से नौतनवा तहसील परिसर पहुंचे।
जिलाधिकारी अनुनय झा के निर्देश पर पर्यटकों के लिए नाश्ता और भोजन के अलावा अन्य जरूरी व्यवस्था तहसील परिसर में किया गया था।नौतनवा तहसील परिसर में चिकित्सकों की टीम भी मौजूद रही।महाराष्ट्र के पर्यटकों को बस से उतरने के बाद जिले के आला अधिकारी उनको ढांढस बंधाते हुए सांत्वना देते रहे।अपनों को खोने और घायल होने के दुःख – गम और उदासी में किसी तरह भोजन और जलपान कराए।
हर किसी की आंखें दुःख और गम से डबडबाई हुई थीं। अपनों के खोने का गम उनके चेहरों पर साफ – साफ दिख रहा था।महाराष्ट्रीयन पर्यटक दल का हर सदस्य सिर्फ इतना ही कह रहा था कि – उन्हें जितना जल्दी हो सके उनके घर पहुंचा दिया जाय।भोजन और जलपान के बाद प्रशासनिक अधिकारी जिला प्रशासन की ओर से उपलब्ध कराए गए बस से पर्यटकों को लेकर गोरखपुर रवाना हुए।इस दौरान पुलिस एस्कॉर्ट और अन्य अधिकारी भी साथ – साथ चल रहे थे।साथियों का शव महाराष्ट्र पहुंच चुका है,लेकिन अभी अन्य पर्यटक इंडो – नेपाल की सीमा पर हैं।नेपाल में शुक्रवार 23 अगस्त को गोरखपुर की केसरवानी ट्रेवल्स की बस,तनुहान जिले में सड़क से फिसल कर मर्स्यांगडी नदी में गिर गई थी। जिसमें महाराष्ट्र के 25 तीर्थ यात्रियों की मौत हो गई थी।इनके अलावा बस चालक गोरखपुर निवासी मुर्तुजा और परिचालक कुशीनगर निवासी रामजीत की भी हादसे में मौत हो गई थी।16 पर्यटक यात्री घायल हो गए,जिनका इलाज काठमांडू के अस्पताल में दाखिल कर बेहतर चिकित्सा व्यवस्था दिया जा रहा है।
नेपाल से नौतनवा तहसील परिसर पहुंचने के बाद सभी पर्यटक उदास थे,सभी की आंखों से बस आंसू निकल रहे थे।जिससे माहौल गमगीन हो गया।एक घंटे के विश्राम बाद अधिकारी पर्यटकों को लेकर सायं 5 बजकर 45 मिनट पर गोरखपुर के लिए रवाना हो गए।
नौतनवा में 27 एंबुलेंस की व्यवस्था :
नेपाल में हुए बस हादसे में मृत 27 लोगों के शव नेपाल से सड़क मार्ग से आने की संभावना को लेकर जिला प्रशासन पूरी व्यवस्था चुस्त – दुरुस्त कर रखी थी।नौतनवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर महराजगंज और पड़ोसी जिलों से जिला प्रशासन ने 27 एंबुलेंस मंगा कर खड़ा कर लिया था।वहीं घायलों के इलाज के लिए अस्पताल में एसीएमओ डॉ.वीरेंद्र आर्य के नेतृत्व में सहयोगी चिकित्सकों का एक दल मौजूद रहा।
• 25 शवों को भारतीय वायुसेना के विमान से महाराष्ट्र भेजा गया।
नेपाल में हुए बस हादसे में मृत 27 लोगों में से 25 शवों को भारतीय वायुसेना के विमान से शनिवार को महाराष्ट्र भेजा गया।भारतीय वायुसेना का विमान भरतपुर चितवन एयरपोर्ट से महाराष्ट्र के लिए रवाना हुआ।
गोरखपुर के रहने वाले बस चालक मुर्तुजा और कुशीनगर निवासी परिचालक रामजीत का शव देर शाम सड़क मार्ग से गोरखपुर और कुशीनगर भेज दिया गया।
भरतपुर में किया गया 27 शवों का पोस्टमार्टम :
इसके पूर्व सभी 27 शवों का पोस्टमार्टम नेपाल के भरतपुर हॉस्पिटल में किया गया।बाकी 16 घायल पर्यटकों का इलाज काठमांडू में चल रहा है।
केंद्रीय युवा एवं खेलकूद मंत्री रक्षा खडसे ने की मुलाकात :
सभी 16 घायल पर्यटक यात्रियों से,नेपाल के गृहमंत्री के साथ भारत की केंद्रीय युवा एवं खेलकूद मंत्री रक्षा खडसे ने मुलाकात की।
शनिवार की भारत सरकार की केंद्रीय युवा एवं खेलकूद मंत्री रक्षा खडसे ने,नेपाली गृह मंत्री रमेश लेखक के साथ त्रिभुवन शिक्षण अस्पताल पहुंची। जहां उन्होंने घायल 16 यात्रियों से मुलाकात कीं।केंद्रीय मंत्री रक्षा खडसे के साथ महाराष्ट्र जलगांव के विधायक भी मौजूद थे।केंद्रीय युवा एवं खेलकूद मंत्री रक्षा खडसे ने नेपाली गृह मंत्री रमेश लेखक से वार्ता के क्रम में त्वरित राहत एवं बचाव कार्य किए जाने को लेकर नेपाली सेना और पुलिस को हृदय से धन्यवाद दिया।इसके बाद भारतीय वायुसेना का विमान भरतपुर चितवन एयरपोर्ट पहुंचा, और 25 शवों को लेकर महाराष्ट्र के लिए रवाना हो गया।
जिलाधिकारी ने अफसरों को नेपाल भेजा :
केंद्र और राज्य सरकार के दिशानिर्देश मिलते ही जिलाधिकारी अनुनय झा ने एसडीएम नौतनवा नंद प्रकाश मौर्य,पुलिस क्षेत्राधिकारी जयप्रकाश त्रिपाठी,नौतनवा तहसीलदार पंकज शाही,सोनौली कोतवाली थाना प्रभारी अंकित सिंह को तत्काल घटनास्थल पर भेजे।