सवांददाता मीडिया प्रभारी मनोज मूंधड़ा बीकानेर श्रीडूंगरगढ
आयुर्वेद में कई ऐसी जड़ी-बूटियों और पेड़-पौधों का जिक्र मिलता है। जो हमारी सेहत के लिए फायदेमंद हैं। तुलसी इन्हीं पौधों में से एक है।जो न सिर्फ अपने औषधीय गुणों के लिए जानी जाती है। बल्कि इसका अपना धार्मिक महत्व भी है। भारतीय संस्कृति में तुलसी के पौधे का काफी महत्व है। घर के आंगन में तुलसी का पौधा लगाना और इसकी पूजा करना बेहद शुभ माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि धार्मिक महत्व के अलावा सेहत के लिए भी इसका काफी महत्व है। औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी के पत्ते सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। यही वजह है कि रोजाना सुबह खाली पेट इसका सेवन करने से शारीरिक और मानसिक समस्याओं से राहत मिलती है। तो अगर आप अभी तक तुलसी के पत्तों से होने वाले फायदों से अनजान हैं, तो चलिए आपको बताते हैं रोजाना खाली पेट इसे खाने के कुछ गजब के फायदे के बारे में-
सर्दी-खांसी में फायदेमंद
तुलसी के पत्तों में एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। ऐसे में रोजाना सुबह तुलसी का एक पत्ता खाली पेट खाने से सर्दी-खांसी की समस्या से राहत मिल सकती है।
पाचन के लिए गुणकारी
अगर आप पाचन संबंधी समस्याओं से परेशान है।तो तुलसी के पत्ते आपके लिए मददगार साबित होंगे। रोजाना खाली पेट तुलसी के पत्ते चबाने से एसिडिटी और पेट में जलन की समस्या दूर होती है। साथ ही यह शरीर के पीएच लेवल को बरकरार रखने में भी सहायक है।
मुंह की बदबू करे दूर
अक्सर मुंह से जुड़ी कई समस्याओं की वजह से कई लोगों की सांस से दुर्गंध आने लगती है। ऐसे में रोजाना सुबह तुलसी के पत्तों का सेवन करने से मुंह के बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं।जिससे सांस की बदबू की समस्या भी दूर होती है।
तनाव में लाभकारी
शारीरिक समस्याओं से निजात दिलाने के साथ ही तुलसी के पत्ते मानसिक समस्याओं में भी काफी कारगर है। कई अध्ययनों में यह सामने आया है कि तुलसी के पत्तों में मौजूद एडेप्टोजन स्ट्रेस को कंट्रोल करने में मदद करता है। साथ ही यह नर्वस सिस्टम को रिलैक्स कर ब्लड फ्लो में सुधार करता है। ऐसे में तनाव और सिर दर्द की समस्या से निजात पाने के लिए रोजाना सुबह खाली पेट 2-3 तुलसी की पत्ती खाना फायदेमंद होगा।
इम्यूनिटी करे बूस्ट
अगर आप अपनी प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करना चाहते हैं तो इसके लिए भी रोजाना खाली पेट तुलसी के पत्तों का सेवन कर सकते हैं। इस में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबायोटिक गुण सिस्टम को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
Disclaimer:
लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।