सवांददाता ब्युरो चीफ रमाकांत झंवर बीकानेर श्रीडूंगरगढ़
कस्बे के श्रीडूंगरगढ़ महाविद्यालय में गुरुवार से खेल सप्ताह का शुभारंभ हुआ। महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. विनोद सुथार ने ‘खेलों की जीवन मे उपयोगिता’ विषय पर विचार व्यक्त किये। सात दिवसीय खेल प्रतियोगिता के शुभारंभ पर महाविद्यालय प्रबंधन समिति के सचिव श्याम महर्षि ने कहा कि खेल तन एवं मन दोनों को स्वस्थ रखने का माध्यम है। खेलों से विद्यार्थियों में अनुशासन,समय प्रबंधन,अवलोकन आत्मविश्वास,निर्णयन,आज्ञापालन,नेतृत्व,धैर्य,सामंजस्य,संतुलन एवं कर्मठता जैसे गुणों का सहज विकास होता है। खेल व्यक्तित्व विकास के श्रेष्ठ आयाम हैं। महर्षि ने कहा कि हार या जीत चाहे कुछ भी हो खेलों में सहभागिता करने वालों को बराबर लाभ मिलता है। उन्होंने सभी छात्राओं से खेल प्रतिस्पर्धाओं में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने का आह्वान किया। प्रबंधन समिति के उपसचिव रामचंद राठी ने अंतर महाविद्यालय खेल प्रतियोगिताओं में विश्वविद्यालय स्तर पर गोल्ड मैडल विजेताओं को 11 हजार,सिल्वर विजेता को 5100 व ब्राज मैडल विजेताओं को 3100 रुपये की राशि पुरस्कार स्वरूप महाविद्यालय द्वारा देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय समिति ने खेल को प्रोत्साहित करने के लिए इस राशि की घोषणा की है। खेलकूद गतिविधियों के प्रभारी कोच मुकेश जांगिड़ ने बताया कि खेल सप्ताह के प्रथम दिन म्यूजिकल चेयर प्रतिस्पर्धा में 50 से अधिक छात्राओं ने भाग लिया। खेल सप्ताह के दौरान कल शुक्रवार को रस्साकशी एवं कैरम प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। आगामी दिनों में खो-खो,कबड्डी,ऊंची कूद,लंबी कूद,दौड़ 100, 200 एवं 400 मीटर तथा रिले-रेस एवं मौखिक प्रश्नोत्तरी की प्रतियोगिताएं करवाई जाएंगी।