महा शिव पुराण कथा श्रवण और पठन से भक्तों को मनवांछित फल की प्राप्ति होती है -आचार्य हेमंत भारती
कुनिहार से पवन कुमार की रिपोर्ट
शिव तांडव गुफा कुनिहार में आयोजित हो रही 11 दीवसीय महाशिव पुराण कथा के आठवें दिन कथावाचक आचार्य हेमंत भारती ने अपने मुखअरविंद से ज्ञान गंगा ज्ञान को प्रवाहित करते हुऎ उपस्थित भक्त जनों को कथा प्रसंग में बताया की माहा शिव पुराण परम उत्तम शास्त्र है l इसे धरा पर भगवान शिव का वांगमाया स्वरूप समझना चाहिए l इसका पठान और श्रावण सर्व साधन स्वरूप है l इससे शिव भक्ति पाकर श्रेष्ठतम स्थिति में पहुंचा जा सकता है l इस संपूर्ण यतन करके मनुषय योनि में इस पुराण को पढ़ने की इच्छा की है l भगवान शिव की पूरन को सुनने से मनुषय सब पापों से मुक्त हो जता है तथा इस जीवन में बड़े से बड़े कष्टो को छुटकारा पा करके परलोक को प्राप्त करता हैl जो उत्तम बुद्धि वाला पुरुष अनंत काल में भक्ति पूर्वक इस पुराण को सुनता है उस पर अत्यंत प्रसन्न हुए भगवान महेश्वर उसे परम पद प्रदान करते हैं l जो प्रतिदिन आदरपूर्वक इस माह पुराण का पूजन एवं पठन करता है वह इस संसार में संपूर्ण भोगों को भोगकर अंत में भगवान शिव के पद को प्राप्त कर लेता है lउन्होंने अपने कथा प्रसंग में शिव महिमा से जुड़े हुए अन्य रोचक प्रसंग को भी भक्तजनों को सुनाया lइस कथा का आयोजन गुरुवार 7 मार्च को यज्ञ की पूर्णआहुति के बाद इस कथा को विराम दिया जाएगा l इस अवसर पर शिव तांडव विकास समिति के प्रधान राम रतन तंवर, अमरीश ठाकुर, मनु भारद्वाज हरी पाल सिंह, गुमान सिंह कंवर,मनीराम सहित शंभू परिवार के सदस्य एवं कुनिहार एवं उसके आसपास के सैकड़ो भक्तजन इस कथा में उपस्थित रहे l


















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