बलरामपुर जिले में प्रथम जिला स्तरीय रेन सिन कान कराटे मास्टर प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ सफलतापूर्वक आयोजित..
संवाददाता – सोमनाथ यादव
जिला बलरामपुर छत्तीसगढ़
बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर ब्लॉक में स्थित सामुदायिक भवन में दो दिवसीय रेन सिंन कान कराटे मास्टर प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। इस आयोजन के संबंध में रेन सिन कान कराटे छत्तीसगढ़ के जिला अध्यक्ष प्रेम शंकर भारती, जिला उपाध्यक्ष गोविंद दोहरे, जिला कोषाध्यक्ष सुनील दोहरे , जिला सचिव दिनेश दोहरे और जिला सह सचिव अवधेश ने जानकारी दी कि इस कार्यक्रम में बलरामपुर जिले के 200 से 260 छात्र-छात्राएं कराटे प्रशिक्षण का मास्टर प्रशिक्षण प्राप्त किए.
यह आयोजन प्रथम जिला स्तरीय रेन सिन कान कराटे मास्टर ट्रेनर प्रोग्राम बलरामपुर 2024 के रूप में पहली बार आयोजित किया जा रहा है । जिसमें मुख्य अतिथि, भाजपा मंडल अध्यक्ष पुरंजय मिश्रा, जनपद पंचायत अध्यक्ष लालती खुरसेगा, पुष्पेंद्र सिंह उपनिरीक्षक अधिकारी वाड्रफनगर , युवामोर्चा अध्यक्ष मोरे लाल दोहरे , एवं पवन कुमार लहरे , हरबंस दोहरे, कबीर दोहरे, गंभीर दोहरे, अखिलेश कुमार भारती, इत्यादि अतिथि उपस्थित रहे.
इस विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभागियों को प्रशिक्षण देने के लिए प्रदेश अध्यक्ष सेसाईं रमाकांत एस. मिश्र, और अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी कुमारी त्रिप्ति साहू एवं नेमश साहू विशेष रूप से उपस्थित रहे। इन दोनों विशेषज्ञों ने प्रशिक्षणार्थियों को आत्मरक्षा की कला और कराटे के विभिन्न तकनीकी पहलुओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की।
इस अवसर पर प्रेम शंकर भारती , गोविंद दोहरे, सुनील दोहरे ,अवधेश कुमार एवं दिनेश दोहरे एवम राजू रवि ने बच्चों को आत्मरक्षा के गुर सिखाए और उन्हें आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि यह आयोजन छत्तीसगढ़ में अपनी तरह का एक अनूठा कार्यक्रम है, जो न केवल आत्मरक्षा की कला सिखाने में सहायक है, बल्कि बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है.
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए प्रेम शंकर भारती ने इस कार्यक्रम के उद्देश्यों और कराटे के महत्व के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मार्शल आर्ट्स के माध्यम से बच्चों को आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी बनाना इस कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य है.
यह आयोजन बलरामपुर जिले के युवाओं को आत्मरक्षा के साथ-साथ खेलों के प्रति जागरूकता बढ़ाने और उनके समग्र विकास के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा।