छोटा रुणीजा के नाम से विख्यात है मियाला भादवा बीज। आज। बाबा रामदेव के काका धनराज दीवाना मिली थी जिंदा समाधी।
देवगढ़।। सत्यार्थ न्यूज़।
( रिपोर्टर हीरालाल )
राजसमंद जिले छोटा रुणीजा के नाम से विख्यात देवगढ़ के नियल में 12वीं बीच गुरुवार को लेकर हरियाणा में भादवा बीज (गुरुवार )को कर बाबा रामदेव का चार दिवसीय 100 साल से लग रहे मेले में दूर दराज क्षेत्रो व महाराष्ट्र गुजरात एमपी आदि राज्यों के श्रद्धालु समूहो में निशान ले कर दर्शन करते हैं। मियाला में बाबा रामदेव जी के काका धनराज तंवर ने जिंदा समाधि ली थी। बाद में महाराणा मोकल ने उनकी स्मृति में समाधि पर मंदिर का निर्माण करवाया जो आज जन-जन की आस्था का केंद्र है मेला करीब ढाई किलोमीटर तक भरता है। गांव शुरूआत से मंदिर के आसपास सहित गांव के दूसरे छोर तक स्टॉल लगे रहते हैं। महाराणा मोकल ने समाधि पर मंदिर का निर्माण करवाया।
धनराज मदरिया से रुणीजा के लिए रवाना हुए । मियाला में उनको बाबा रामदेव जी के रुणीजा में जिंदा समाधि लेने का समाचार मिला । धनराज ने भी मियाला में ही अश्व सहित जिंदा समाधि ले ली महाराणा मोकल ने उनकी स्मृति में मंदिर का निर्माण करवाया मंदिर में समाधि व बाबा रामदेव जी की एक छोटी प्रतिमा स्थापित है ।तक भरता है डिलीवरी नेट में दो लाइन मेला चल रहा है। लग रही मेले में क्षत्रो महाराष्ट्र गुजरात एमपी आदि श्रद्धालु समूह में निशान लेकर दर्शन करते हैं बिहार में बाबा रामदेव जी के काका डांस राज टावर ने जिंदा समाधि ली थी बाद में महाराणा मोकल ने उनकी स्मृति में समाधि पर मंदिर का निर्माण करवाया जो आज आस्था का केंद्र है मेल करी ढाई किलोमीटर तक भरता है गांव की शुरुआत से मंदिर में आसपास सहित गांव के दूसरे सूरत तक स्टाल लगे रहते हैं।