सवांददाता मीडिया प्रभारी मनोज मूंधड़ा बीकानेर श्रीडूंगरगढ
सीनियर प्राचार्य वाकपीठ का हुआ आयोजन।
युवा एडवोकेट अनिल धायल ने बताया क़ानून का महत्व।
क़ानून की सही जानकारी से ही कोई सरकारी कार्मिक अपने कार्यक्षेत्र में सुगमता से कार्य कर सकता है एंव कर्तव्यनिर्वहन के दौरान पेश आने वाली विभिन्न स्थितियों का सामना कर सकता है ये विचार आज स्थानीय रूपा देवी स्कूल मे रखी गई प्राचार्य वाकपीठ मे रखे गए। इस दौरान युवा एडवोकेट अनिल धायल ने सरकारी कार्मिको के हितार्थ बने क़ानून की जानकारी देते हुए बताया की क़ानून के बारे मे जानकारी रखते हुए थोड़ी बहुत सजकता रखने से हम अधिकतर अपराधों को होने से पहले ही रोक सकते है और अगर किसी तरह की घटना हो जाती है तब भी क़ानून की जानकारी खुद को होने से न्याय सुलभ व जल्दी मिलता है।
डी इ ओ गजानंद सेवग ने शिक्षाविदों को सम्बोधित करते हुए कहा की हमें उच्च स्तर से प्राप्त होने वाले करणीय कार्यों को समय रहते पूरा कर लेना चाहिए ताकि बाद मे लेटलतिफी से होने वाली विसंगतियों से बचा जा सके। श्रीभगवान सैनी ने वेतन व भत्तो से सबंधित विभिन्न नियमों की जानकारी उपस्थित प्रचार्यों को दी। एडीइओ सुनील बेडा ने शाला पोर्टल से सबंधित विभिन्न जानकारियों से रूबरू कराया। लक्ष्मीकांत वर्मा ने वाकपीठ के उद्देश्यओं ने जानकारी दी। देवीसिंह राजपुरोहित व उमाशंकर सारण ने आभार स्वीकारा। इस दौरान भंवरलाल जानू, बजरंग सेवग, ओमप्रकाश शर्मा, मनीष सैनी ने भी वाकपीठ को सम्बोधित करते हुए विभिन्न नियमों व अधिकारों की जानकारी दी। इस दौरान भागीरथ गोदारा, पवन सारस्वत, नवरत्न सारस्वत, रजनी सोलंकी, अनीता दोचानिया, सुनीता मीणा, नंदराम, रामधन बाना,शिवनाथ कालेर,मुकेश मीणा,सत्यवान,सुषमा सैन,पुष्पा कोहली,मोहन स्वामी,विमला गुर्जर,भँवरलाल शर्मा समेत बड़ी संख्या मे प्राचार्य उपस्थित रहे
नई वाकपीठ कार्यकारिणी घोषित
आज दो दिवसीय वाकपीठ के सम्पन्न होने के पश्चात वाकपीठ की नई कार्यकारिणी का सर्वसम्मति से गठन किया गया जिसमें शिवनाथ सिंह, अध्यक्ष, रजनी सोलंकी व नन्दराम सिद्ध उपाध्यक्ष, रामधन बाना सचिव,अनिता दोचानिया कोषाध्यक्ष और ओमाराम रोलन उपसचिव सहित कुल 11 सदस्यीय वाकपीठ कार्यकारिणी गठित की गई।