सवांददाता चीफ रिपोर्टर रमाकान्त झंवर बीकानेर श्रीडूंगरगढ
श्रीडूंगरगढ़। कस्बे में सैन समाज की 11वर्षीया बालिका आईना सैन 8 की निराहार तपस्या लेकर साध्वी सेवा केंद्र में साध्वी कुंथुश्री के समुपस्थित हुई। साध्वी कुंथुश्री ने तपस्विनी आईना की तपस्या के उपलक्ष्य में कहा कि जिस प्रकार से शरीर की बीमारी होने पर दवाई ली जाती है उसी प्रकार तपस्या से कर्मों की निर्जरा होती है। तप से आत्मा की कलुषता नष्ट होकर आत्मा उज्ज्वल बनती है। साध्वी ने कहा कि भूखा रहना बड़ा मुश्किल है परन्तु जिसका मनोबल उच्च हो, आत्मकल्याण की भावना हो। वह व्यक्ति चाहे किसी भी उम्र का हो, देश का हो, समाज का हो वह तपस्या की राह पर अग्रसर होता है। साध्वी ने समुपस्थित जनमेदनी को तपस्या के लिए आह्वान करते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को तपस्या के क्रम से जुड़ना चाहिए। एक तपस्वी को एक व्यक्ति तपस्या की भेंट देकर उसका सच्चा अनुमोदन कर सकता है। कार्यक्रम में सुमंगलाश्री ने आईना की वर्धापना करते हुए कहा कि जैन समाज किसी जाति से बंधा नहीं है। जैन समाज की तपस्या किसी भी सम्प्रदाय का व्यक्ति कर सकता है। कर्म से जैन गुणों का आचरण करके व्यक्ति स्वयं को आत्मकल्याण की दिशा में प्रस्थित कर सकता है। आईना की तप अनुमोदना में साध्वी सुमंगलाश्री, साध्वी जीतयशा,साध्वी सम्यक्त्व प्रभा, साध्वी चंद्रायशा ने भावाभिव्यक्ति दी। तपस्विनी आईना के तप अनुमोदना में गीत और वक्तव्य के माध्यम से सभा से उपाध्यक्ष दीपमाला डागा, मंत्री प्रदीप पुगलिया सहमंत्री दीपक सेठिया,अशोक बैद,पांचीलाल सिंघी,जीतेश मालू,महेंद्र मालू,पालिका नेता प्रतिपक्ष अंजू मनोज पारख़ तेयुप अध्यक्ष मनीष नौलखा,मंत्री अमित बोथरा,कोषाध्यक्ष ऋषभ बोथरा, सहमंत्री विवेक भंसाली, महिला मंडल
अध्यक्ष सुनीता डागा, मंत्री संगीता बोथरा, उपाध्यक्ष मंजू बोथरा, कोषाध्यक्ष मंजू बोथरा, संगठन मंत्री मंजू झाबक, कमल नाई, आशीष जाड़ीवाल, साक्षी दुगड़, सुमित बरड़िया, संजय बरड़िया ने भाव उद्गार किये। कार्यक्रम का संचालन साध्वी सुमंगलाश्री ने किया। कार्यक्रम में तिलोकचंद हिरावत, पूनमचंद ठेकेदार, छगन नाई, मूलचंद नाई सहित अनेकों मौजिज लोग मौजूद रहे।