सवांददाता मीडिया प्रभारी मनोज मूंधड़ा बीकानेर श्रीडूंगरगढ
वर्तमान समय में हर दूसरा व्यक्ति तनाव और चिंता से ग्रस्त है। वैसे कहने में ये एक छोटी बात है लेकिन लम्बे समय तक इस समस्या से घिरे रहना आपको शारीरिक और मानसिक रूप से बीमार कर सकता है।आज की बिजी लाइफस्टाइल और वर्किंग स्टाइल में चिंता और तनाव एक आम बात है। हर उम्र के व्यक्ति को किसी न किसी प्रकार का तनाव रहता ही है। लेकिन समस्या तब होती है जब यह जरूर से ज्यादा बढ़ जाता है और इसका स्वास्थ पर भी प्रभाव होने लगता है। तनाव से ग्रस्त व्यक्ति शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से बीमार होता है। इसलिए यह जरूरी है कि इस परेशानी को बढ़ने से रोकने के लिए समय रहते ही उपाय किये जाएं। तो चलिए आज हम कुछ ऐसे सरल उपायों की बात करेंगे जिन्हें नियमित रूप से फॉलो करने तनाव और डिप्रेशन (Know how to Reduce Anxiety) से निजात पा सकते हैं।
तनाव क्या होता है?
तनाव (Anxiety) एक तरह का मानसिक विकार है। किसी भी एक नकारात्मक विचार का हमारे मस्तिष्क पर हावी हो जाना और हमारी मानसिक स्थिति पर बुरा प्रभाव डालना जिससे हमारा दिमाग़ सही तरह से काम करने और किसी भी ख़ुशी के अवसर पर भी ख़ुशी न महसूस करने लगता है। तो स्थिति को तनाव की स्थिति कहा जा सकता है। लेकिन कुछ लोग किसी मुद्दे को लेकर चिंतित होते है और कुछ लोग बस तनाव ग्रस्त होते हैं।
तनाव के लक्षण
सर में दर्द रहना,उदास रहना,किसी काम में मन ना लगना अधिक या कम सोना,अधिक या कम खाना,अपने को दूसरों से कम आंकना अपने ऊपर विश्वास न होना मौत या खुदकशी जैसे ख्याल आना खुश होने वाली बात पर भी गुस्सा आना कम बोलना तनाव के लक्षण हैं।
जानें खुद को कैसे रखना है तनाव से दूर
पर्याप्त नींद है जरूरी
यदि आप रात में 7 से 8 घंटे की एक अच्छी नींद नहीं लेते हैं तो दिनभर थकान महसूस करते हैं और अपर्याप्त नींद आपके मूड मेंटल हेल्थ एनर्जी लेवल और फिजिकल हेल्थ पर बुरा असर डालती है। इसलिए यदि आप तनाव से निजात पाना चाहते हैं तो पर्याप्त मात्रा में नींद अवश्य लें।
रिलैक्स करना सीखें
ध्यान,योग,प्रोग्रेसिव मसल्स रिलैक्सेशन,गाइडेड इमेजरी एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाये। मेडिटेशन और एक्सरसाइज एक पॉवरफुल रिलैक्सेशन टेकनीक और स्ट्रेस-बस्टर है जो तनाव से राहत दिलाने का काम करता है और दिमाग को एक्टिव रखता है।
सोशल नेटवर्क बनाएं स्ट्रांग
आप स्कूल,कॉलेज या ऑफिस यहां भी जाते हैं वहां के अपने साथियों के साथ हमेसा संपर्क में रहें। अपने पुराने दोस्तों,परिवार के लोगों को अपने पार्टनर के साथ हमेसा बातचीत करते रहे है। इसके अलावा यदि आप किसी ग्रुप में शामिल है तो उसमें हमेसा एक्टिव रहे। जिससे जरूरत के समय में लोग आपका साथ दें और आपकी परेशानी सुनें और आपको सलाह दें। क्योंकि जब भी तनाव में होते हैं तो हमारा मस्तिष्क इतना एक्टिव नहीं होता है कि किसी निर्णय को पूरी सोच-समझ के साथ लें।
वक्त मिलने पर कुछ नया सीखें
कुछ लोगों को जब भी टाइम मिलता है तो वो या तो सारा समय किसी बात की टेंशन में गुजार देते हैं या फोन के साथ। ऐसा करना हमारे तनाव को बढ़ाता है। इसलिए आपको जब भी समय मिले तो आप कुछ नया सीखें। अपनी स्किल्स पर काम करें। क्योंकि जब भी वो काम करते हैं जो आपको पसंद है तो आप खुद को एक्टिव और अपने मन को शांत पाते हैं और आपका तनाव कम होता।
डाइट में करें चेंज
आप इस बात पर शायद यकीन न करें लेकिन खाने-पीने का और हमारे मस्तिष्क का बहुत गहरा रिश्ता होता है। आप जितना जंक फ़ूड और पैकेज्ड फ़ूड खाते हैं। आपका दिमाग उतना ही कम सक्रिय होता है। इसलिए आपको अपनी डाइट में हरी सब्जियां और फल जरूर शामिल करें। जिससे आप शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहें।
दूसरों से मदद लेने में न करें संकोच
अक्सर लोग दूसरे लोगों से मदद मांगने में झिझकते हैं और खुद को दूसरों से कम आंकने लगते हैं। लेकिन आपको यह समझने की जरूरत है कि यदि आप किसी परेशानी में हैं तो आपको अपने दोस्तों,पार्टनर और परिवार के लोगों के साथ बातचीत करें और अपनी परेशानी का बेहरत समाधान निकाले। ऐसा करने से आप तनाव से राहत पा सकते हैं।
आप इन बदलाव और टिप्स से तनाव से निजात पा सकते हैं। लेकिन यदि ऐसा करने के बाद भी आपको तनाव रहता है तो आपको समय रहते डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। जिससे इस समस्या से वक़्त रहते छुटकारा मिल सके।