गौमाता-वृक्षों के संरक्षण के साथ सद्गुरू के बताए मार्ग पर चलकर जीवन सार्थक करने के संकल्प के साथ अंकितग्राम, सेवाधाम आश्रम के 850 सदस्य परिवार ने रक्षाबंधन पर्व मनाया
रितिक सोनगरा कि खबर
उज्जैन, अंकितग्राम, सेवाधाम आश्रम में रक्षाबंधन पर्व पर उल्लास का वातावरण था, यहां अनजाने रिश्तो को नई पहचान मिली। आश्रम परिवार के सदस्यों ने एक दूसरे को रक्षा सूत्र बांधे, वहीं आश्रम संस्थापक सुधीर भाई गोयल, श्रीमती कांता भाभी, मोनिका और गोरी दीदी ने सबसे पहले गौ माता-वृक्षों और सद्गुरू स्वाध्याय मंदिर में रक्षासूत्र बांधकर परमात्मा और सद्गुरू के बताए मार्ग पर चलते हुए मानवता की सेवा के संकल्प के साथ रक्षाबंधन पर्व की शुरूआत की। इस अवसर पर विशेष भोजन का आयोजन किया गया। आश्रम में अनेक बहनों-माताओं के आंखों में आंसू थे, वे आज अपने उन भाईयों और परिवार की याद कर रही थी जिनसे वह बिछडकर विषम परिस्थितियों में सेवाधाम आश्रम आई और उन्हें यहां अपनत्व के साथ खून से बड़कर रिश्ते मिले, उम्र से परे हर कोई बहन और माता सुधीर भाई को अपना भाई मानकर उन्हें रक्षासूत्र बांधने को आतूर दिख रही थी, इनमें नन्हीं मुन्हीं बेटियाँ भी शामिल थी। आश्रम में विगत 23 वर्षों से निवासरत आशा परदेशी ने सर्वप्रथम सधुीर भाई को राखी बांधी।