न्यूज़ रिपोर्टर जितेंद्र कुमार यादव
जिला अलवर
हमलावर बाग हरियाणा में पहुंचा झाबुआ बीड के पास मिले पग मार्ग700 एकड़ में फैला बीड, बारिश में ट्रैकिंग कार्य में आ रही बाधा
सरिस्का में बफर जॉन से निकले बाघ aste 2003 के मुंडावर के दरबार पर गांव में रविवार को चार लोगों को घायल करने के बाद वन विभाग की टीम ने उसकी तलाश तेज कर दी है रविवार सुबह उसके हरियाणा सीमा में प्रवेश की बात सामने आई वन विभाग की टीम को बावल के झाबुआ बाघ के पग मार्ग मिले हैं यह बीड 700 एकड़ में फैला हुआ है इसके बाद वहां घना जंगल होने के कारण कोई जानकारी नहीं मिली है डीएसओ राजेंद्र कुमार हुड्डा ने बताया कि 10 मॉनिटरिंग टीम में बाद को ट्रैक करने का प्रयास कर रही है हरियाणा वन विभाग के टीम भी इस कार्य में सहयोग कर रही है गौरतलाप है कि बाग बाघ ast 23 03 अलवर के निकटवर्ती पुराना जोहर सिद्ध बाबा लव कुश वाटिका क्षेत्र के समीप रहता था यह साथ मां पहले भी हरियाणा के रेवाड़ी पहुंच गया था अभी जहां बाघ के पगमार्ग मिले हैं उसे जगह से 10 से 12 किलोमीटर दूर वह पहले ही पहुंचा था सर इसका टाइगर रिजर्व के बायोलॉजिस्ट गोकुल कन्नन ने बताया कि बाघ अपनी नई टेरिटरी बनाने के लिए 50 किलोमीटर चलकर हरियाणा पहुंच गया यह अलवर बफर से जिस क्षेत्र में रहता है वहां बाघast 18 की आवाजाही के बाद यह अपनी नई टेट्रिक की तलाश में है खेतों में हरियाली के चलते उसे सब जंगल नजर आ रहा है इस बाग का मूवमेंट हमेशा इसी दिशा के लिए रहता है क्योंकि साइज का की और पहले से बाघों की टेरिटरी है इसे यह इलाका सेफ नजर आता है