बड़ा हादसा टला: श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के पास स्टील की रेलिंग में उतरा करंट, कतार में खड़े भक्तों हो हुआ महसूस।
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Rajat Bisht
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• बड़ा हादसा टला: श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के पास स्टील की रेलिंग में उतरा करंट, कतार में खड़े भक्तों हो हुआ महसूस।
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम परिक्षेत्र कतारबद्ध श्रद्धालुओं को बांसफाटक और कोदई चौकी मोड़ के पास शनिवार की सुबह लगभग साढ़े आठ बजे स्टील रेलिंग में करंट का झटका महसूस हुआ। करंट का झटका लगते ही स्टील बैरिकेडिंग के अंदर से महिलाएं, पुरुष और बच्चे बाहर निकलकर भागे। इसमें कई श्रद्धालु गिरकर चोटिल भी हुए। छह से सात दर्शनार्थियों का मोबाइल भी गिरने से क्षतिग्रस्त हो गया।
सूचना पर पहुंचे विद्युतकर्मियों ने क्षेत्र की बिजली आपूर्ति बंद करके बांसफाटक और कोदई चौकी मोड़ वाले स्थान से तार दुरुस्त कराया। इसके चलते लगभग दो से ढाई घंटे तक गोदौलिया चौराहा पूरी तरह से जाम रहा। श्रद्धालुओं, स्कूली बच्चों, राहगीरों और स्थानीय लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। दशाश्वमेध पुलिस ने किसी तरह स्थिति को संभाला। सावन के दौरान शनिवार को सुबह श्रद्धालुओं की भीड़ गोदौलिया चौराहे से चौक मार्ग पर उमड़नी शुरू हुई। सड़क किनारे स्टील की बैरिकेडिंग के अंदर महिलाएं, बच्चे और पुरुष धीरे-धीरे आगे मंदिर की ओर बढ़ रहे थे। इस बीच सुबह लगभग 8 बजे अचानक स्टील रेलिंग में करंट महसूस होते ही श्रद्धालुओं में भगदड़ की स्थिति हो गई। बैरिकेडिंग से बाहर निकलने की होड़ में कई बुजुर्ग श्रद्धालु गिर गए। तब तक कोदई चौकी मोड़ के पास भी श्रद्धालुओं को करंट का झटका महसूस हुआ।
श्रद्धालु बैरिकेडिंग से बाहर निकलकर बीच सड़क पर आ गए। भागने के दौरान कई बुजुर्ग श्रद्धालुओं के हाथ और पैर में चोटें आईं। सड़क पूरा जाम रहा। श्रद्धालुओं के बीच धक्का मुक्की से कोई कुछ समझ नहीं पाया। बाद में मालूम चला कि रेलिंग में करंट उतर रहा है तो स्थानीय लोगों ने बिजली विभाग को सूचना दी। लगभग 30 मिनट के बाद पहुंचे विद्युत कर्मियों ने बांसफाटक और कोदई चौकी मोड़ के पास तार को हटवाया।
विद्युत पोल को भी चेक कराया गया। एहतियातन रेलिंग के बीच बने खंभों के पास पुलिसकर्मियों को खड़ा कराया गया। इसके बाद श्रद्धालुओं को बैरिकेडिंग के अंदर जाने को कहा गया। इस बीच कुछ श्रद्धालु बिना दर्शन के लौट गए। भागने में चोटिल श्रद्धालुओं का गोदौलिया स्थित मारवाड़ी अस्पताल में प्राथमिक उपचार कराया गया।
ढाई घंटे तक लगा रहा जाम
भीड़ के चलते गोदौलिया चौराहा सुबह आठ बजे से लेकर साढ़े 10 बजे तक जाम की चपेट में रहा। दुकानदारों, राहगीरों और श्रद्धालुओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। दशाश्वमेध पुलिस और यातायात पुलिस ने स्थिति को संभाला। दशाश्वमेध थाना प्रभारी प्रवीण पांडेय ने बताया कि श्रद्धालुओं का दबाव अधिक था। इस कारण स्थिति थोड़ी बेकाबू हुई। हालांकि फोर्स लगते ही नियंत्रण में हो गई।
हो सकती थी बड़ी दुर्घटना, बाबा ने बचा लिया
बांसफाटक निवासी भुवन सिंह ने बताया कि बड़ी घटना होने से बच गई, बाबा ने सभी को बचा लिया। करंट के दौरान भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई थी। भक्तों को काफी परेशानियां हुईं। श्रद्धालु अमित ने बताया कि झटका महसूस होते ही लोग भागने लगे। कुछ समझ में नहीं आया कि क्या हुआ है। कुछ लोगों के मोबाइल भी गिर गए।
वीआईपी गाड़ियों की आवाजाही से लगता है जाम
मैदागिन से गोदौलिया तक चार पहिया वाहन पूरी तरह प्रतिबंधित हैं। वीआईपी के नाम पर कई गाड़ियां रोजाना सुबह से लेकर रात तक आवाजाही करती हैं, जिससे मैदागिन-गौदालिया इलाके में जाम लगता है। सड़क पर बैरिकेडिंग लगने से सड़क की चौड़ाई कम हो गई है। उसमें ई-रिक्शा, स्कूल बस या कोई अन्य वाहन आता है तो फिर यातायात बाधित होना तय है।
क्या बोले अधिकारी
मंदिर प्रशासन ने बैरिकेडिंग के लिए जो स्टील का पाइप लगाया है। उसे लगाने के लिए खोदे गए गड्ढे के नीचे तार गया था। इसी दौरान तार के छू जाने से रेलिंग में करंट आ गया। सूचना के बाद इसे तत्काल ठीक करा दिया गया। – आशीष कुमार, अधिशासी अभियंता, बिजली निगम।